Uddhav Thackeray Sharad Panwar on CAA: महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में नरेंद्र मोदी सरकार के सीएए कानून पर दो पक्ष नजर आते हैं. जहां शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कानून का समर्थन किया तो वहीं एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने कानून के खिलाफ होने की बात कही. रही कांग्रेस की बात तो वह पहले से ही राष्ट्रीय स्तर पर कानून का विरोध कर रही है.
मुंबई. महाराष्ट्र में तीन पहिए वाली उद्धव ठाकरे की शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस (महाविकास अघाड़ी) गठबंधन की सरकार में अब कई मुद्दों को लेकर रार नजर आती है. इसका ताजा उदाहरण सीएम उद्धव ठाकरे का नरेंद्र मोदी सरकार के विवादों में घिरे सीएए कानून पर बयान जिसके बाद शरद पवार का जवाब.
दरअसल उद्धव ठाकरे ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि सीएए और एनआरसी दोनों अलग हैं और एनपीआर अलग. उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि अगर सीएए लागू होता है तो किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं. उन्होंने आगे कहा कि एनआरसी राज्य में लागू नहीं की जाएगी.
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के अपने खुद के विचार हैं लेकिन जहां तक एनसीपी की बात हैं तो हमनें इस बिल के विरोध में वोट किया था.ॉ
NCP Chief Sharad Pawar: Maharashtra CM Uddhav Thackeray has his own view but as far as NCP is concerned, we had voted against #CitizenshipAmendmentAct. https://t.co/e8AdMif6ks pic.twitter.com/VOXpxFhgT9
— ANI (@ANI) February 18, 2020
गठबंधन की तीसरी साथी कांग्रेस पहले से कर रही है सीएए का विरोध
उद्धव सरकार के लिए मुश्किल ये है कि सिर्फ एनसीपी ही नहीं बल्कि उसकी दूसरी गठबंधन की साथी कांग्रेस भी सीएए कानून के पुरजोर विरोध में है. संसद में कांग्रेस सीएए को लेकर भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश कर चुकी है. ऐसे में कांग्रेस का महाराष्ट्र में सीएए लागू होने के समर्थन में आना नामुमकिन लगता है.