लखनऊ, लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों और अफसरों के तबादले में हुई धांधली के मामले में अब दो और अफसरों पर गाज गिर गई है. इस मामले में प्रशासनिक अधिकारी और प्रधान सहायक को निलंबित कर दिया गया है, दोनों जेई सेक्शन में तैनात थे. इस मामले में कई अन्य अफसरों की फाइलें सीएम योगी […]
लखनऊ, लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों और अफसरों के तबादले में हुई धांधली के मामले में अब दो और अफसरों पर गाज गिर गई है. इस मामले में प्रशासनिक अधिकारी और प्रधान सहायक को निलंबित कर दिया गया है, दोनों जेई सेक्शन में तैनात थे. इस मामले में कई अन्य अफसरों की फाइलें सीएम योगी को भेजी गई हैं. इससे पहले सोमवार को सीएम योगी ने बड़ा एक्शन लेते हुए पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद के ओएसडी अनिल कुमार पांडेय को हटा दिया था, साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई की भी बात कही थी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गठित तीन आईएएस अधिकारियों की जांच कमेटी की सिफारिश के बाद से अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है. जांच रिपोर्ट के बाद मंगलवार को जेई सेक्शन में तैनात प्रशासनिक अधिकारी पंकज दीक्षित और प्रधान सहायक संजय चौरसिया को निलंबित करने का आदेश हो गया है, वहीं, खबरें हैं कि कई लोगों के ऊपर फिलहाल तलवार लटक रही है.
बीते दिन पीडब्ल्यूडी विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद ने एक्शन लेते हुए ओएसडी अनिल कुमार पांडे को हटा दिया.
यूपी में चिकित्सकों के तबादले में हुई गड़बड़ियों के बाद लोक निर्माण विभाग यानी पीडब्ल्यूडी के इंजिनियरों के तबादले में भी गड़बड़ी का मामला सामने आया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोक निर्माण विभाग में मृत इंजीनियर की भी तैनाती कर दी गई और बाद में विभाग ने अपनी गलती सही की.
लोक निर्माण विभाग में 350 से अधिक इंजीनियरों का तबादला हुआ था, इसी कड़ी में पीडब्ल्यूडी के करीब 200 अधिशासी अभियंताओं और डेढ़ सौ से अधिक सहायक अभियंताओं का तबादला किया गया है. इन लोगों को लेकर ही शिकायतें आई थीं.
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