पिछले साल नवंबर में बीजेपी कार्यकर्ता और उनके गार्ड्स की हत्या के मामले में पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार करने का दावा किया है लेकिन सूत्रों की मानें को पुलिस का यह दावा झूठा है क्योंकि एनकाउंटर के डर से दोनों गैंगस्टर ने खुद ही सरेंडर कर दिया था.
नोएडा/मेरठः यूपी की शामली पुलिस ने शनिवार को बीजेपी कार्यकर्ता शिवकुमार यादव की हत्या मामले में दो गैंगस्टर्स को गिरफ्तार करने का दावा किया. लेकिन सूत्रों का कहना है कि दोनों ने एनकाउंटर से डर से खुद ही आत्मसमर्पण कर दिया. पुलिस पर यह आरोप भी है कि नोएडा के सीनियर पुलिसवालों अनिल भाटी और सहदेव भाटी को जिंदा छोड़ने के लिए रिश्वत भी ली. एक दिन पहले पुलिस ने अनिल, सहदेव और शेरू भाटी को पकड़वाने के लिए 50,000 के इनाम की घोषणा की थी.
बता दें कि प्रदेश में बढ़ते अपराध के चलते पुलिस बदमाशों के एनकाउंटर करने में लगी है. एक तरफ तो इसकी आलोचना हो रही है. विपक्षी दल इसे मानवाधिकार का हनन बता रहे हैं साथ ही आरोप लगा रहे हैं कि राज्य में फर्जी एनकाउंटर किए गए. तो वहीं राज्य सरकार की मानें तो एनकाउंटर से प्रदेश में बढ़ते अपराध का ग्राफ नीचे आएगा.
गौरतलब है कि 16 नवंबर को बीजेपी कार्यकर्ता यादव और उनके गार्ड्स बली नाध और रेसपाल की हत्या 9 लोगों के समूह ने गोली मारकर कर दी गई थी. तीनों को इलाज के लिए फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिसके बाद नाथ और यादव की मौत हो गई थी वहीं एक दिन बाद जीटीबी अस्पताल में रेसपाल ने भी दम तोड़ दिया था.
यह भी पढ़ें- केजरीवाल माफीनामा : बगावत पर उतरे आप विधायक तो मनीष सिसोदिया बोले-हम सब साथ हैं, बातचीत करेंगे
योगी राज में रहम की भीख मांग रहे अपराधी, अब तक 1350 एनकाउंटर