कोलकाता। रामनवमी के दिन बंगाल राज्य में काफी हिंसा हुई थी। इस हिंसा को लेकर पक्ष और विपक्ष ने एक दूसरे पर आरोप लगाए थे। अब रामनवमी हिंसा को लेकर राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पार्टी हाईकोर्ट में रिपोर्ट दाखिल की। इस दौरान हाईकोर्ट ने एक सवाल भी किया। केंद्र सुरक्षा बलों की तैनाती का […]
कोलकाता। रामनवमी के दिन बंगाल राज्य में काफी हिंसा हुई थी। इस हिंसा को लेकर पक्ष और विपक्ष ने एक दूसरे पर आरोप लगाए थे। अब रामनवमी हिंसा को लेकर राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पार्टी हाईकोर्ट में रिपोर्ट दाखिल की। इस दौरान हाईकोर्ट ने एक सवाल भी किया।
बता दें कि बंगाल हाईकोर्ट ने तृणमूल सरकार से कहा है कि भविष्य में राज्य में ऐसी हिंसा नहीं हो, इसके लिए राज्य सरकार केंद्र सुरक्षा बलों की तैनाती का आग्रह कर सकती है। दरअसल हुगली जिले के रषड़ा इलाके में हुई हिंसा तो थम गई है, लेकिन वहां का माहौल अभी भी तनावपूर्ण है।
बंगाल हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा है कि, सरकार ने ऐसे क्या कदम उठाए हैं, जिससे हनुमान जंयती के दिन हुगली के रिषड़ा जैसी हिंसा न हो। हनुमान जंयती के दिन राज्य में शांति व्यवस्था बनी रहे इसके लिए राज्य सरकार ने क्या कदम उठाए हैं।
30 मार्च को रामनवमी के दिन बंगाल के हुगली में उपद्रवियों द्वारा हिंसा को अंजाम दिया गया था। अब इसको लेकर बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के तेवर बिल्कुल सख्त है। सीएम का कहना है कि हिंसक घटनाओं के लिए जिम्मेदार लोगों की संपत्ति जब्त करके कानून के दायरे में उसकी नीलामी की जाएगी और इस रकम से पीड़ितों की मदद की जाएगी।
गौरतलब है कि बंगाल विधानसभा के पिछले सत्र में वेस्ट बंगाल मेंटनेंस ऑफ पब्लिक ऑर्डर बिल को पारित किया गया था। इसके अनुसार हिंसा को फैलाने वाले लोगों की संपत्ति को जब्त किया जाएगा और उसकी नीलामी करके मिलने वाली रकम को पीड़ितों तक पहुंचाया जाएगा।