प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना 'सौभाग्य' के जरिये महाराष्ट्र के अमरावती जिले के आदिवासी गांव बलमगांवहा को आजादी के 70 साल बाद बिजली नसीब हो पाई है. बिजली मिलने से खुश ग्रामीणों का कहना है कि अब परेशानी थोड़ी कम हो पाएगी और साथ ही बच्चे पढ़ सकेंगे.
मुंबईः आजादी के इतने साल बाद भी आज देश के कई गांवों में बिजली नहीं है लेकिन इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि सरकार देश के सभी गांव में बिजली पहुंचाने का प्रयास कर रही है. इसका ताजा उदाहरण है महाराष्ट्र के अमारावती जिले के आदिवासी गांव बलमगांवहा को भारत की आजादी के 70 साल बाद बिजली मिली है. जो कि प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना ‘सौभाग्य’ के जरिये संभव हो पाया है.
रिपोर्ट से अनुसार गांव के 105 घरों में बिजली कनेक्शन पहुंचाया गया है. बिजली मिलने खुश गांव के एक नागरिक ने बताया कि ‘बिजली नहीं होने के कारण यहां काफी परेशानी थी, हमारे बच्चे अंधेरे में पढ़ाई तक नहीं कर पाते थे. हम सब अब खुश हैं. 500 की आबादी वाले इस गांव के सबसे नजदीक शहर करीब 112 किलोमीटर की दूरी पर है.
इस गांव ने सरकार, प्रशासन और ग्रामीणों के साझे प्रयास का एक अनूठा उदाहरण पेश किया है. जिसमें सरकार की ग्रामीण विकास फेलो योजना ने अहम भूमिका निभाई है. आजादी के इतने साल बिजली मिलने से ग्रामीण काफी खुश हैं. उनका कहना है कि बिजली न होने से बहुत परेशानी होती थी अब उनके बच्चे पढ़ाई भी कर सकेंगे.
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