लखनऊ। 15 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात को तीन आरोपियों ने अंजाम देकर खुदकर को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। उमेश पाल की हत्या के बाद से ही माफिया और उसके गुर्गों पर पुलिस का शिकंजा लगातार कसता जा […]
लखनऊ। 15 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात को तीन आरोपियों ने अंजाम देकर खुदकर को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। उमेश पाल की हत्या के बाद से ही माफिया और उसके गुर्गों पर पुलिस का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। इस घटना को अंजाम देने वाले गुंडे या तो मारे जा चुके हैं, या फिर फरार चल रह रहे हैं। अब एडीजी अमिताभ यश ने इस मामले को लेकर बड़ी अपडेट दी है।
एडीजी अमिताभ यश ने बताया है कि, उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य तीन शूटर गुड्डू मुस्लिम, अरमान और साबिर अभी फरार चल रहे हैं। इन तीनों ही आरोपियों पर 5-5 लाख का इनाम घोषित किया गया है। वहीं हत्या की साजिश रचने की आरोपी माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन भी फरार चल रही है। बता दे कि शाइस्ता परवीन पर 50,000 का इनाम रखा गया है।
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल अतीक लोगों से चुनाव टैक्स और गुंडा टैक्स की वसूली करता था। ये सारे पैसे नकद न लेकर एकाउंट में जमा करवाता था। इसके लिए अतीक दो रंग की पर्ची का इस्तेमाल भी करता था। माफिया बड़े व्यापारी और कारोबार से जुड़े लोगों से चुनाव टैक्स की वसूली करता था। ये पैसे ये चुनाव लड़ने के लिए देता था।
बता दें कि जब माफिया खुद चुनाव लड़ता था, तो वो इस मौके पर गुंडा टैक्स की वसूली करता था। अतीक लोगों से पैसे की वसूली के लिए गुलाबी और सफेद रंग की पर्ची का इस्तेमाल करता था। अतीक जब बड़े कारोबारियों से वसूली करता था, तो वो सफेद और गुलाबी पर्ची का इस्तेमाल करता था और जब वो छोटे कारोबारी से वसूली करता था तो वो सफेद रंग की पर्ची का इस्तेमाल करता था।