लखनऊ: समय के साथ अब चुनाव का तरीका भी बदल गया है भले ही चुनाव उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव क्यों ना हो. लेकिन प्रत्याशी भी वोटर्स को लुभाने के लिए तरह-तरह के प्रयोग करने से बाज नहीं आते हैं. जहां मतदान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी EVM के जरिए उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव के […]
लखनऊ: समय के साथ अब चुनाव का तरीका भी बदल गया है भले ही चुनाव उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव क्यों ना हो. लेकिन प्रत्याशी भी वोटर्स को लुभाने के लिए तरह-तरह के प्रयोग करने से बाज नहीं आते हैं. जहां मतदान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी EVM के जरिए उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव के लिए प्रचार किया जा रहा है.
दरअसल उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव का प्रचार करने के दौरान प्रत्याशी डमी ईवीएम के जरिए वोटर्स का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं. ये पूरा मामला वाराणसी से सामने आया है जहां डमी ईवीएम प्रत्याशियों की पहली पसंद बनता जा रहा है.
प्रचार सामग्री के बाजार में डमी ईवीएम की शुरुआत हुई है जो प्रचार के तरीके का बदला हुआ रूप लोगों तक पहुंचा रहा है. अब सड़कों या गलियों में अधिक से अधिक प्रचार करने कल लिए वोटर्स का ध्यान खींचना भी तो जरूरी है. इसलिए मतदाताओं का दिल लुभाने के लिए मोबाइल और कंप्यूटर से एक कदम और आगे डमी ईवीएम मशीन की शुरुआत हो चुकी है. इसका वाराणसी में प्रचार प्रसार में जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है जो लोगों के बीच लोकप्रियता बनाए हुए है.
चुनाव प्रचार के बाजार में डमी ईवीएम में लोग काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं. जहां असल EVM में अपनी नंबरिंग के मुताबिक लोग डमी ईवीएम तैयार करवा रहे हैं और इसे लेकर जनता के बीच जा रहे हैं. जनता या वोटर्स को मतदान के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ EVM में उनके नाम को ढूंढने में मदद भी कर रहे हैं. प्रचार सामग्री विक्रेता राघवेंद्र यादव का कहना है कि प्रचार सामग्री में काफी बदलाव आ चुका है.
प्रत्याशी पहले हैंडबिल,पोस्टर और स्टीकर तक का इस्तेमाल करते थें अब बात डमी ईवीएम मशीन तक आ गई है. प्रत्याशी अब इसका इस्तेमाल कर वोटर्स को लुभाना चाहते हैं. इसके अंदर थर्माकोल होता है और ऊपर प्रिंट आउट होता है. ये मशीन बैटरी के जरिए लाइट और बीप की आवाज भी निकलती है. इसकी मदद से प्रत्याशी मतदाताओं को जागरुक करने और समझाने में लगे हुए हैं.
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