लखनऊ। बहराइच हिंसा के 6 दिन हो गए हैं। इलाके में अभी भी तनाव की स्थिति है। गुरुवार को पुलिस ने राम गोपाल मिश्रा की हत्या में शामिल दो आरोपियों सरफराज और तालीम का एनकाउंटर किया, जिसमें उसके पैरों में गोली लगी है। दोनों फिलहाल बहराइच जिला अस्पताल में भर्ती हैं। इसी बीच सरफराज की […]
लखनऊ। बहराइच हिंसा के 6 दिन हो गए हैं। इलाके में अभी भी तनाव की स्थिति है। गुरुवार को पुलिस ने राम गोपाल मिश्रा की हत्या में शामिल दो आरोपियों सरफराज और तालीम का एनकाउंटर किया, जिसमें उसके पैरों में गोली लगी है। दोनों फिलहाल बहराइच जिला अस्पताल में भर्ती हैं। इसी बीच सरफराज की बहन ने बड़ा बयान दिया है।
मीडिया से बात करते हुए सरफराज की बहन रुखसार ने कबूल किया कि उसके भाई ने ही राम गोपाल मिश्रा को गोली मारी लेकिन ये उसने आत्मरक्षा में किया था। उसका इरादा जान बूझकर हत्या करने का नहीं था। भीड़ में शामिल लोगों ने तोड़फोड़ किया। हमारे घर में घुस आये। घर के अंदर महिलांए थीं। रामगोपाल छत पर चढ़ गया तोभीड़ छत पर उमड़ आई। मेरा परिवार गुहार लगा रहा था कि हमें बचा लो वरना ये भीड़ हमें मार देगी। ये सब मीडिया नहीं दिखा रही। इसके बाद ही मेरे भाई ने हवाई फायरिंग की जिसमें उस लड़के की जान चली गई।
पूरा मामला हरदी थाने के रेहुआ मंसूर गांव का है। रविवार शाम को मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के लिए भीड़ पर महराजगंज बाजार में मुसलमानों ने पथराव कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग की। इसमें रेहुआ मंसूर गांव के 22 साल के राम गोपाल मिश्रा को गोली लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई। एक अन्य शख्स बुरी तरह से घायल है। राम गोपाल की शादी को सिर्फ 4 महीने हुए थे। परिजन आरोप लगा रहे कि मुसलमानों की भीड़ ने खींचकर बाहर निकाला और फिर उसे गोली मार दी।
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