त्रिपुरा : त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही दिन बचे हुए है और पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है. यहां पर मुख्य मुकाबला सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस-सीपीएम के बीच है. चुनाव से पहले एडीआर ने सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों पर एक रिपोर्ट जारी की है. त्रिपुरा में 60 […]
त्रिपुरा : त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही दिन बचे हुए है और पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है. यहां पर मुख्य मुकाबला सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस-सीपीएम के बीच है. चुनाव से पहले एडीआर ने सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों पर एक रिपोर्ट जारी की है.
त्रिपुरा में 60 विधानसभा है और कुल 259 प्रत्याशी मैदान में है. 259 उम्मीदवारों में से 16 प्रतिशत उम्मीदवार दागी है. मतलब इन प्रत्याशियों पर विभिन्न-विभिन्न धाराओं में मुकदमे दर्ज है. 8 प्रतिशत प्रत्याशी ऐसे है जिनपर गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज है. 17 प्रतिशत प्रत्याशी करोड़पति है, इनके पास एक करोड़ या इससे अधिक की संपत्ति है. अगर हम प्रत्याशियों की औसत संपत्ति की बात करे तो 86.37 लाख रूपये है.
एडीआर रिपोर्ट के अनुसार दागियों को टिकट देने के मामले में देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस सबसे आगे है. कांग्रेस गठबंधन में शामिल सीपीएम इस मामले में दूसरे स्थान पर है. वहीं सत्ताधारी दल भाजपा ने 16 प्रतिशत टिकट दागियों को दिए है. कांग्रेस ने 54 प्रतिशत तो सीपीआईएम ने 30 प्रतिशत दागी उम्मीदवारों को टिकट दिए है.
त्रिपुरा में लड़ रहे 259 उम्मीदवारों में से 45 उम्मीदवारों के पास एक करोड़ से अधिक की संपत्ति है. 9 उम्मीदवार ऐसे है जिनके पास 5 करोड़ से अधिक की दौलत है. 20 उम्मीदवारों के पास 2 से 5 करोड़ से अधिक की दौलत है. 59 उम्मीदवारों के पास 50 लाख से 2 करोड़ तक के बीच में दौलत है. वहीं 70 उम्मीदवारों के पास 10 से 50 लाख के बीच दौलत है. 101 प्रत्याशियों के पास 10 लाख से भी कम संपत्ति है.
भाजपा की उम्मीदवार जिश्नु देव वर्मा के पास 15.58 करोड़ रूपये की संपत्ति है जो सभी प्रत्याशियों मे सबसे अधिक अमीर है. वहीं दूसरे नंबर पर भाजपा के ही उम्मीदवार मानिक साहा है जिनकी संपत्ति 13.90 करोड़ रूपेय है. टिपरा मोथा पार्टी के उम्मीदवार अभिजीत सरकार है जिनके पास 12.57 करोंड़ रूपये की संपत्ति है.
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