नई दिल्ली : दिल्ली की जनता को पानी की समस्या से जूझना पड़ता है. आए दिन खबर आती रहती है कि इस इलाके में पानी नहीं आयेगा. पानी का विवाद दिल्ली और हरियाणा के बीच चलता रहता है. दिल्ली में इस समय फिर पानी की किल्लत होने लगी है. यमुना के पानी में अमोनिया का स्तर बढ़ गया है जिसकी वजह से कई इलाकों में लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है. दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक द्वारका, चंद्रावल, वजीराबाद और हैदरपुर के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में काम प्रभावित हुआ है. वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में जब तक काम चलेगा तब तक पानी की दिक्कत होगी.
दिल्ली जल बोर्ड ने कहा कि दिल्ली के कई जिलों में पानी कम दवाब से आयेगा. भारतीय मानक के अनुसार पानी में अधिकतम 0.5 PPM अमोनिया स्वीकार किया गया है. मौजूदा समय में DJB यानी दिल्ली जल बोर्ड 0.9 PPM वाले पानी को साफ करने की क्षमता रखता है.
4 साल पहले यानी 2018 में पानी में अमोनिया का स्तर बढ़ने से बवाल मचा था. 2018 में दिल्ली जल बोर्ड की यायिका पर एनजीटी ने हरियाणा और दिल्ली को पानी में बढ़ते प्रदूषण का कारण पता लगाने का निर्देश दिया था. दोनों ही राज्य एक दूसरे पर पानी में बढ़ते प्रदूषण का आरोप लगा रहे थे. वहीं सुनवाई में बताया गया था कि उत्तरी दिल्ली में वजीराबाद का ट्रीटमेंट प्लांट ठीक से काम न करने की वजह से पानी में अमोनिया का स्तर बढ़ गया है.
यमुना नदी में 2019 में पानीपत में इंडिस्ट्रियल वेस्ट बहाए जाने की वजह से पानी में अमोनिया का स्तर बढ़ गया था.