Advertisement

12 महीनों में 12 दिन भी साफ हवा नसीब नहीं…. जानें दिल्ली के दमघोंटू प्रदूषण के बारे में

Air Pollution in Delhi: मौजूदा समय में वायु प्रदूषण एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है। ऐसे में अगर आप दिल्ली में रहते हैं तो स्थिति और भी खराब है। क्योंकि, वर्ष के 66% से अधिक समय में आप उस हवा में साँस लेते हैं, जो अत्यधिक जहरीली होती है। इसका मतलब है कि साल […]

Advertisement
12 महीनों में 12 दिन भी साफ हवा नसीब नहीं…. जानें दिल्ली के दमघोंटू प्रदूषण के बारे में
  • March 20, 2023 4:17 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

Air Pollution in Delhi: मौजूदा समय में वायु प्रदूषण एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है। ऐसे में अगर आप दिल्ली में रहते हैं तो स्थिति और भी खराब है। क्योंकि, वर्ष के 66% से अधिक समय में आप उस हवा में साँस लेते हैं, जो अत्यधिक जहरीली होती है। इसका मतलब है कि साल के 8,760 घंटों में से आप 5,808 घंटे जहरीली हवा में सांस लेते हैं।

बाकी घंटों के हालात भी कुछ खास बेहतर नहीं हैं। जबकि यह थोड़ा कम विषैला होता है, लेकिन फिर भी खतरनाक होता है। यह चौंकाने वाली जानकारी एक रिपोर्ट में सामने आई है। जिसमें बताया गया है कि दिल्ली के लोग साल में 280 घंटे केवल स्वच्छ हवा में साँस लेते हैं। यदि आप दिनों में गिनते हैं, तो यह सिर्फ 12 दिनों के बराबर ही है।

 

1. रिपोर्ट में खुलासा

तमाम रिपोर्ट्स की मानें तो राजधानी दिल्ली की हवा में पीएम2.5 की मात्रा निर्धारित मानक से काफी अधिक है। साल 2021 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अपनी गाइडलाइंस में हवा में मौजूद 6 प्रदूषणकारी तत्वों के लिए मानक तय किया है। जिसके अनुसार पीएम 2.5 प्रति घन मीटर की औसत मात्रा एक वर्ष में 5 माइक्रोग्राम और 24 घंटे में 15 माइक्रोग्राम से अधिक नहीं होनी चाहिए।

 

2. खराब हवा 18 गुना ज्यादा

आपको बता दें, वर्ष 2022 में दिल्ली में हवा के प्रत्येक घन मीटर में पीएम2.5 की मात्रा 92.6 माइक्रोग्राम थी। यह राशि निर्धारित मानक से 18 गुना अधिक है। रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के लोग 24 घंटे में से महज एक घंटे के लिए स्वच्छ हवा में साँस ले सके। वातावरण में मौजूद पीएम2.5 हमारे बालों से 100 गुना छोटा है। यह बहुत खतरनाक प्रदूषक है। हवा में इनकी मात्रा बढ़ने से दृश्यता भी प्रभावित होती है। ये सूक्ष्म कण हमारे शरीर में प्रवेश कर रक्त में मिल जाते हैं। क्‍योंकि दमा और साँस लेने में तकलीफ जैसी समस्‍याएँ हो जाती हैं।

 

3. इन 5 शहरों में सबसे खराब है दिल्ली की हवा

भारत के छह प्रमुख शहरों दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु और चेन्नई के आंकड़ों पर नजर डालें तो इन शहरों की सबसे प्रदूषित राजधानी दिल्ली को जाना जाता है। दिल्ली में केवल जुलाई और अगस्त के महीनों में ही बारिश के कारण हवा थोड़ी साफ रहती है। इन पांचों शहरों की हालत दिल्ली से काफी बेहतर है।

 

4. खराब वायु से उम्र होती है कम

एक रिपोर्ट यह भी कहती है कि खराब हवा का असर हमारी उम्र पर भी पड़ता है। दुनिया भर में खराब हवा के कारण औसत आयु हानि 2.2 वर्ष है। जबकि दिल्ली में यह औसत 9.7 साल और यूपी में 9.5 साल है। यानी अगर आप दिल्ली में रहते हैं तो आपकी उम्र 9 साल 7 महीने कम हो सकती है।

 

 

यह भी पढ़ें :

 

Delhi Excise Case: बीजेपी बोली- ‘अरविंद केजरीवाल का अहंकार टूटेगा, AAP के पास सवालों का नहीं है जवाब’

मनीष सिसोदिया का दावा! बीजेपी ने मेरे खिलाफ सभी सीबीआई, ईडी मामलों को बंद करने की रखी पेशकश

 

 

Advertisement