नई दिल्ली। वाराणसी (Varanasi) में दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज एमवी गंगा विलास (MV Ganga Vilas) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (13 जनवरी) को हरी झंडी दिखाएंगे। गंगा विलास देश का पहला रिवर क्रूज है। इस क्रूज के पहले सफर में 32 स्विस नागरिक शुमार होगे, इसके अलावा 4000 किलोमीटर के सफर में सभी […]
नई दिल्ली। वाराणसी (Varanasi) में दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज एमवी गंगा विलास (MV Ganga Vilas) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (13 जनवरी) को हरी झंडी दिखाएंगे। गंगा विलास देश का पहला रिवर क्रूज है। इस क्रूज के पहले सफर में 32 स्विस नागरिक शुमार होगे, इसके अलावा 4000 किलोमीटर के सफर में सभी लोग वाराणसी की गंगा आरती के दर्शन के अलावा काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान होते हुए सुंदरवन डेल्टा के दर्शन करेंगे।
The cruise will travel on the world's longest waterway from Varanasi to Dibrugarh in Assam. This cruise will go on an adventurous journey for 51 days and pass through Bangladesh for 15 days. Following this, it will go to Dibrugarh through the Brahmaputra river in Assam. pic.twitter.com/vEYYCZYbZI
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 11, 2023
क्रूज की सफलता को लेकर केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन और राजमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवा ने कहा कि एमवी गंगा विलास भारत को दुनिया के नदी क्रूज मानचित्र पर लेकर आएगा। 13 जनवरी को वारणसी में एमवी गंगा विलास नामक दुनिया की सबसे लंबी क्रूज का शुभारंभ भारत के लिए नदी क्रूज पर्यटन के एक नए युग की शुरुआत करेगा।
इसके अलावा काशी से सारनाथ तक माजुली से मयोंग तक, सुंदरबन से काजीरंगा तक यह क्रूज जीवन भर का अनुभव प्रदान करेगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में क्रूज पर्यटन की शुरूआत की जाएगी।
क्रूज के सफर की शुरूआत वाराणसी से शुरू होते हुए बांग्लादेश, असम के डिब्रूगढ़ तक जाएगी। इस दौरान ये क्रूज को 3200 किलोमीटर की यात्रा पूरी करेगा। अपने 50 दिनों की यात्रा में क्रूज के यात्री 27 रिवर सिस्टम (River system) से होकर गुजरेंगे, इसके अलावा गंगा, भागीरथी और ब्रह्मपुत्र के साथ ही राष्ट्रीय जलमार्ग 3 और वेस्ट कोस्ट कैनाल से होकर गुजरेगा। इस दौरान गंगा आरती, काजीरंगा के अलावा 50 से अधिक पर्यटन स्थालों से होकर गुजरेगा।