नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में उत्तर-पश्चिमी दिशाओं से चल रही ठंडी हवाओं के साथ पड़ोसी राज्यों से पराली का धुआं भी आ रहा है। साथ ही, अन्य कारणों से भी स्थिति और गंभीर हो रही है। ऐसे में अगले छह दिनों तक दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर से राहत की संभावना […]
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में उत्तर-पश्चिमी दिशाओं से चल रही ठंडी हवाओं के साथ पड़ोसी राज्यों से पराली का धुआं भी आ रहा है। साथ ही, अन्य कारणों से भी स्थिति और गंभीर हो रही है। ऐसे में अगले छह दिनों तक दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर से राहत की संभावना नहीं है। इस दौरान प्रदूषण का स्तर बेहद खराब श्रेणी में रहने का अनुमान है। आज सवेरे भी दिल्ली के कई इलाकों का AQI ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया। आज अशोक जहांगीरपुरी में 428, विहार में 405, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में 404 और द्वारका सेक्टर 8 में 403 AQI दर्ज किया गया है।
भारतीय प्रबंधन प्रशिक्षण संस्थान के अनुसार, मंगलवार को दिल्ली में प्रमुख सतही हवा आठ से चार किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिम की ओर से चलीं। दिन में धूप खिलने से थोड़ी राहत मिली। बता दें कि बुधवार को मुख्य सतही हवा उत्तर-पश्चिम की ओर से चल सकती है। दिन में हवा की गति चार किमी प्रति घंटे तक होगी जबकि शाम और रात के समय शांत हवा रहेगी। हवाओं का बहाव कमजोर होने की वजह से प्रदूषण के स्तर में बढ़त का अनुमान है।
दिल्ली-एनसीआर में ग्रेटर नोएडा की हवा सबसे साफ रही। यहां प्रदूषण का स्तर 304 दर्ज किया गया जो बेहद खराब श्रेणी में आात है। दिल्ली में सबसे ज्यादा प्रदूषण रहा। यहां प्रदूषण का औसत स्तर 372 रहा, जो बेहद खराब श्रेणी में है। इसके अलावा गाजियाबाद का 346, फरीदाबाद का 322, गुरुग्राम का 331 और नोएडा का 330 दर्ज किया गया। बता दें कि दिल्ली के 36 में से सात केंद्रों पर प्रदूषण का स्तर 400 से अधिक रिकॉर्ड किया गया।