मस्जिद के सामने कुरान जलाने वाले सलवान मोमिका को मौत के घाट उतार दिया गया है। बुधवार शाम को कुछ लोगों ने उसकी हत्या कर दी।
नई दिल्ली। स्वीडन में मस्जिद के सामने कुरान जलाने वाले सलवान मोमिका को मौत के घाट उतार दिया गया है। बुधवार शाम को कुछ लोगों ने उसकी हत्या कर दी। 38 वर्षीय सलवान को स्टॉकहोम के सोडरटेलजे में एक अपार्टमेंट में घुसकर गोली मारी गई। जिस वक़्त उसे मारा गया उस समय सलवान टिकटॉक पर लाइव था।
सलवान एक नास्तिक व्यक्ति था। साल 2023 में ईद के दिन स्टॉकहोम की सबसे बड़ी मस्जिद के सामने उसने कुरान जलाया था। इस वजह से मुस्लिम देशों में स्वीडन के खिलाफ प्रदर्शन हुए। सलवान इतने पर ही नहीं रुका उसने कई बार कुरान जलाया। कुरान के पन्नों पर सुअर का मांस रखने का भी आरोप लगा। उसने कुरान को पैरों से कुचला। सलवान का हत्यारा कौन है यह पता नहीं चला है। सलवान की हत्या सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही है। भारत में राइट विंग समर्थित लोगों का कहना है कि हिन्दुओं को भी सतर्क हो जाना चाहिए क्योंकि मुस्लिम अपना बदला लेना कभी नहीं भूलते।
“सलवान मोमिका इराक़ी ईसाई शरणार्थी हैं। वह अप्रैल 2018 में स्वीडन आए थे और अप्रैल 2021 में शरणार्थी का दर्जा मिला था। वह अपने फ़ेसबुक पर ख़ुद को नास्तिक और लेखक बताते हैं।
मोमिका ने पिछले महीने 28 जून 2023 को स्टॉकहोम की सबसे बड़ी मस्जिद के सामने क़ुरान जलाया था। क़ुरान… https://t.co/KOG7MncYWB
— डॉ रमाकान्त राय (@RamaKRoy) January 30, 2025
सलवान मोमिका और उसके दोस्त सलवान नजीम की आज कोर्ट में पेशी थी। उनके ऊपर अपने देश में इस्लाम के खिलाफ नफरत फैलाने का आरोप लगा था। 31 जनवरी को फैसला आने से पहले ही लोगों ने उनकी जिंदगी का फैसला कर दिया। सलवान इराक में असीरियन-अरामी जो कि ईसाई समुदाय है, उससे ताल्लुक रखता था। अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर सलवान यह काम करता था। उसका मानना था कि मुस्लिम धर्म के विचार और मान्यता दुनिया के लिए सही नहीं है।