आज हम आपको उनके शुरूआती दिनों के बारे में बताते हैं। वह नागपुर के रहने वाले हैं। उनके पिता गंगाधर राव फडणवीस बीजेपी के एमएलसी थे। वह जनसंघ के सक्रिय सदस्य थे। आपातकाल के दौरान पिता के जेल जाने से उनको तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी से नफरत हो गई थी।
नई दिल्लीः विधायक दल के नेता देवेंद्र फडणवीस आज महाराष्ट्र के सीएम पद की शपथ लेंगे। वह शाम 5:30 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। महाराष्ट्र की राजनीति में कई बड़े नामों को पीछे छोड़कर फडणवीस इस पद पर पहुंचे हैं। इस समय उनकी उम्र 54 साल है और वह महाराष्ट्र बीजेपी के सबसे बड़े नेता हैं। 2014 में वे पहली बार मुख्यमंत्री बने थे। आज हम आपको उनके शुरूआती दिनों के बारे में बताते हैं। वह नागपुर के रहने वाले हैं। उनके पिता गंगाधर राव फडणवीस बीजेपी के एमएलसी थे। वह जनसंघ के सक्रिय सदस्य थे। ऐसे में देवेंद्र को राजनीति की ट्रेनिंग बचपन से ही मिली है।
1975 में देश में आपातकाल लगा दिया गया था। उस समय देवेंद्र की उम्र करीब पांच साल थी। उनके पिता को जेल में डाल दिया गया था। आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी का नाम देश के हर बच्चे की जुबान पर था। देवेंद्र फडणवीस भी इंदिरा गांधी का नाम जानते थे। लेकिन, पिता के जेल जाने की वजह से उन्हें इंदिरा गांधी के नाम से नफरत होने लगी थी। मीडिया में छपी उनकी प्रोफाइल में इस घटना का जिक्र किया गया है।
दरअसल, गंगाधर फडणवीस ने अपने बेटे का एडमिशन नागपुर के इंदिरा कॉन्वेंट स्कूल में कराया था। क्योंकि देवेंद्र फडणवीस बचपन से ही इंदिरा से इतनी नफरत करते थे कि उन्हें यह नाम भी पसंद नहीं था। इस वजह से उन्होंने इंदिरा कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ने से मना कर दिया था। उनके परिवार को भी उनकी जिद के आगे झुकना पड़ा और उनका एडमिशन शहर के दूसरे स्कूल सरस्वती विद्यालय में कराया गया। उन्होंने सरस्वती विद्यालय से सीनियर सेकेंडरी स्कूल की परीक्षा पास की। इसके बाद उन्होंने नागपुर से ही लॉ की डिग्री हासिल की। आपको बता दें देवेंद्र फडणवीस के पास लॉ की डिग्री है।
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