नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों से बारिश की वजह से मौसम सुहाना बना हुआ था हालांकि इस दौरान दिल्ली पर बढ़ का ख़तरा भी मंडरा रहा था. अब धीरे-धीरे यमुना का जलस्तर नीचे जा रहा है जिसके साथ-साथ दिल्ली का मौसम भी बदल रहा है. बुधवार को दिल्ली में तेज धूप निकली […]
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों से बारिश की वजह से मौसम सुहाना बना हुआ था हालांकि इस दौरान दिल्ली पर बढ़ का ख़तरा भी मंडरा रहा था. अब धीरे-धीरे यमुना का जलस्तर नीचे जा रहा है जिसके साथ-साथ दिल्ली का मौसम भी बदल रहा है. बुधवार को दिल्ली में तेज धूप निकली जिससे राजधानी और इसके आस-पास के इलाके में उमस बढ़ गई है.
बुधवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक दर्ज़ किया गया है वहां लोग उमस से काफी परेशान दिखाई दिए. IMD के पूर्वानुमान के अनुसार दो दिन दिल्ली में हल्की बारिश की संभावना है हालांकि इससे उमस से ज़्यादा राहत नहीं मिलेगी. मौसम विभाग ने 22 जुलाई से मध्यम स्तर की बारिश होने की भविष्यवाणी भी की है. अनुमान लगाया जा रहा है कि 22 जुलाई से तापमान में कमी हो सकती है. IMD ने बताया कि इस दौरान तापमान 33-34 डिग्री तक पहुंच सकता है.
मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में बुधवार को अधिकतम तापमान 36.5 और न्यूनतम 27.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. मौसम विभाग की मानें तो उत्तर-पश्चिम भारत के अनेक स्थानों में 26 से 28 जुलाई के बीच बारिश होने की भी संभावना है.अगले चार दिनों तक दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा, उतराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और जम्मू कश्मीर में आईएमडी ने बारिश होने की संभावना जताई है. बता दें, 20 और 21 जुलाई को इन राज्यों में हल्की बारिश हो सकती है. इसके बाद अगले दो दिन यानी 22 और 23 जुलाई को इन राज्यों में मध्यम बारिश हो सकती है.
राज्य में कल बुधवार (19 जुलाई) को झमाझम बारिश होती रही। इससे जगह-जगह पहाड़ टूट गए और मलबा सड़कों पर गिर गया है। इसी कारण 735 सड़कें बंद हो चुकी हैं और 224 जलापूर्ति की योजनाएं भी ठप हो चुकी हैं। शिमला के ठियोग के नजदीक नेशनल हाइवे बंद है। बिजली के ट्रांसफॉर्मर पानी में डूबने और खंभे गिरने से कई इलाके अंधेरे में डूबे हैं। ब्यास नदी का पानी उफान पर ही है। जानकारी के मुताबिक शिमला-कालका के बीच चलने वाली रेल सेवा 6 अगस्त तक बंद है। साथ ही उत्तराखंड में भी 286 सड़कें बंद हैं।