नई दिल्ली: जब कोई अपना ही अपमान करता है तो बेहद ही दिल दुखता है, एक ऐसा ही अपमान करने वाला मामला उत्तर प्रदेश के बुधना से देखने को मिला है. एक बुजुर्ग व्यक्ति ने दावा किया कि उसके बेटे-बहू ने उसे कई अहम मौकों पर अपमानित किया और वृद्धाश्रम में रहने के लिए उसे […]
नई दिल्ली: जब कोई अपना ही अपमान करता है तो बेहद ही दिल दुखता है, एक ऐसा ही अपमान करने वाला मामला उत्तर प्रदेश के बुधना से देखने को मिला है. एक बुजुर्ग व्यक्ति ने दावा किया कि उसके बेटे-बहू ने उसे कई अहम मौकों पर अपमानित किया और वृद्धाश्रम में रहने के लिए उसे मजबूर किया गया है, इसलिए 80 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति ने परेशान होकर उसने अपनी पूरी प्रॉपर्टी जिसकी कीमत एक करोड़ रुपए थी उसे यूपी सरकार के नाम कर दी।
बुजुर्ग व्यक्ति ने यूपी सरकार के राज्यपाल को अपनी पूरी प्रॉपर्टी नाम कर दी और उसने निवेदन किया है कि उस प्रॉपर्टी का इस्तेमाल स्कूल या हॉस्पिटल के लिए किया जाए, खतौली कस्बे के नाथू सिंह ने बताया कि अपनी जमीन यूपी सरकार के राज्यपाल को देने के लिए उप निबंधक कार्यालय में शपथ पत्र दाखिल किया था. नाथू सिंह मूल रूप से बिरला निवासी है. बुढ़ाना तहसील के सब-रजिस्ट्रार पंकज जैन ने खुलासा किया कि चार मार्च को नाथू सिंह ने यूपी सरकार के राज्यपाल को अपनी 10 बीघा जमीन के साथ आवासीय संपत्ति को कृषि भूमि दान करने की वसीयत दाखिल की थी, इस दान की कुल कीमत एक करोड़ रुपए है।
वृद्धाश्रम में रहने वाले नाथू सिंह ने कहा कि वह चाहते हैं कि उनकी मृत्यु के बाद उस प्रॉपर्टी का उपयोग स्कूल या अस्पताल के लिए किया जाए, नाथू सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उनकी बेटी और बहू के साथ सही व्यवहार नहीं होने के कारण भूमि को यूपी सरकार के राजपाल को हस्तांतरित करने का निर्णय लिया ताकि सही उपयोग हो सके।
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