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रावतभाटा क्षेत्र प्री-वेडिंग शूट करवाने आए दूल्हा-दुल्हन, फिर हुआ कुछ ऐसा की आ गई पुलिस

चित्तौड़गढ़. pre-wedding shoot-जिले के रावतभाटा क्षेत्र में कोटा से प्री वेडिंग शूट करवाने आए दूल्हा दुल्हन और उनके दो अन्य साथी चुलिया फॉल में फंस गए। इस दौरान इनके साथ आए फोटोग्राफर अपनी जान बचाकर बाहर निकल आया और आने के बाद उसने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पुलिस पहुंची और सिविल डिफेंस की […]

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pre-wedding shoot
  • November 9, 2021 1:57 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

चित्तौड़गढ़. pre-wedding shoot-जिले के रावतभाटा क्षेत्र में कोटा से प्री वेडिंग शूट करवाने आए दूल्हा दुल्हन और उनके दो अन्य साथी चुलिया फॉल में फंस गए। इस दौरान इनके साथ आए फोटोग्राफर अपनी जान बचाकर बाहर निकल आया और आने के बाद उसने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पुलिस पहुंची और सिविल डिफेंस की टीम को बुलाकर चारों को रेस्क्यू करवाया। पुलिस चारो को थाने ले कर पहुंचे है।

राणा प्रताप सागर बांध में पानी का स्तर बढ़ने के कारण गेट खोला

राणा प्रताप सागर बांध में पानी का स्तर बढ़ने के कारण गेट खोला गया। इस दौरान यह लोग सब शूटिंग करने आए हुए थे। गेट खोलने से पहले सायरन भी बजा लेकिन यह चारों नहीं हटे। जल संसाधन विभाग के कर्मचारी ने वहां जाने के लिए उन्हें साफ मना कर दिया लेकिन फोटोग्राफर और दूल्हा दुल्हन नहीं माने। दूल्हे का नाम महावीर कॉलोनी, कोटा निवासी आशीष गुप्ता और दुल्हन का नाम शिखा है। इनकी 1 दिसम्बर को शादी है।

प्री वेडिंग के लिए रावतभाटा की यह खतरनाक जगह फोटोग्राफरों को प्रिय है। यहां हर साल कई लोगों की जान जा चुकी है लेकिन प्रीवेडिंग के लिए फिर भी लोग आते हैं। यह कुल 5 लोग थे। फोटोग्राफर मुख्तार बाहर निकल कर पुलिस को फोन किया। सूचना मिलने पर यहां थाना अधिकारी राजाराम गुर्जर मय जाब्ता पहुंचे उन्होंने सिविल डिफेंस के टीम को भी मौके पर बुलाया है। राणा प्रताप सागर बांध का गेट बंद किया गया। करीब 3 घंटे से यह लोग फंसे हुए थे। सिविल डिफेंस की टीम ने चारों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। चुलिया फॉल प्रतिबंधित क्षेत्र है। सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्ञानप्रकाश नवल रावतभाटा, डीएसपी थावर मल यादव।

फोटोग्राफर मुख्तार का कहना है कि जब पानी का क्षेत्र बढ़ता जा रहा था तो मैंने सबको निकलने के लिए कहा लेकिन लड़कियों ने मना कर दिया। इस पर फोटोग्राफर मुख्तार मौके पर निकल आया। इस दौरान उसका लाखों का कैमरा भी बह गया फोटोग्राफर मुख्तार का कहना है कि वह मेरी पूरी जिंदगी की जमा पूंजी थी लेकिन जान बचाना उससे भी ज्यादा जरूरी था इसलिए मैं निकल गया।

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