लखनऊ। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद को हेल्थ चेकअप के लिए प्रयागराज के केल्विन अस्पताल ले जाते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्या को तीन आरोपियों ने अजांम दिया और फिर खुद को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। तीनों आरोपी खुद को सरेंडर करते समय जय श्री राम […]
लखनऊ। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद को हेल्थ चेकअप के लिए प्रयागराज के केल्विन अस्पताल ले जाते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्या को तीन आरोपियों ने अजांम दिया और फिर खुद को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। तीनों आरोपी खुद को सरेंडर करते समय जय श्री राम के नारे लगा रहे थे। पुलिस तीनों को हिरासत में लेकर लगातार पूछताछ कर रही है। अब पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि वो दोनों माफियाओं के हत्या के बाद जय श्री राम के नारे क्यों लगा रहे थे।
प्रयागराज पुलिस अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या करने वाले आरोपियों को रिमांड में लेकर पूछताछ कर रही है। इस पूछताछ में आरोपियों ने बड़ा खुलासा किया है, उन्होंने बताया है कि हत्या करने के बाद अपने डर पर काबू पाने के लिए हमने ‘जय श्री राम के नारे’ लगाए।
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की 15 अप्रैल को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी । इस वारदात के बाद राज्य में हालात चिंताजनक हो गए थे, वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य के सभी जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई थी, वहीं प्रयागराज में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। हालांकि अभी धारा 144 हटा दी गई है और इंटरनेट सेवा की भी बहाली हो चुकी है।
माफिया हत्याकांड के पांच दिन बाद भी प्रयागराज पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है। डबल माफिया हत्याकांड के बाद पीड़ित उमेश पाल परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिट टीम उमेश पाल के परिवारिक सदस्यों और बच्चों से मिलने वाले लोगों की सघन तलाशी ले रही है।
बता दें कि न्यायिक आयोग के अधिकारियों द्वारा माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या का सीन रिक्रिएट किया गया। ये सीन हूबहू 15 अप्रैल के दिन माफिया हत्याकांड की तरह की रिक्रिएट किया गया है। सीन रिएक्ट का प्रोसेस प्रयागराज के केल्विन अस्पताल परिसर में किया गया है।