नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में आदमखोर भेड़ियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले 48 घंटों में भेड़ियों ने दो और लोगों को शिकार बना लिया है। वन विभाग के कर्मी जंगलों में भेड़ियों की तलाश में जुटे हैं, लेकिन अब तक पूरी तरह से सफल नहीं हो पाए हैं।
भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग ने कई उपाय किए हैं। जगह-जगह पिंजरे और जाल बिछाए गए हैं, और अब तक 4 भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है। लेकिन 2 भेड़ियों को पकड़ने की कोशिशें जारी हैं। प्रशासन ने भी जंगल से सटे गांवों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए दरवाजे लगाने का काम शुरू किया है। मेहसी तहसील के भिट्ठा गांव में 21 घरों में दरवाजे लगाए गए हैं, ताकि भेड़ियों के हमलों से गांववासियों को सुरक्षित रखा जा सके।
गांव के लोग भी अपनी सुरक्षा के लिए रात-रात भर जाग कर पहरा दे रहे हैं। वे डंडे लेकर गांव की सुरक्षा में जुटे हैं। महिलाएं भी घरों में दरवाजे लगने से राहत महसूस कर रही हैं और उन्हें डर कम हुआ है कि अब उनके बच्चे रात को सुरक्षित रह सकेंगे।
भेड़ियों की तलाश के लिए 9 शूटर्स को बहराइच के जंगल में तैनात किया गया है। तीन शूटर्स महासी इलाके के जंगल में भेड़ियों की खोज में लगे हैं। शूटर्स के पास 315 बोर की राइफल्स हैं। इसके अलावा, ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है, ताकि पूरे इलाके पर नजर रखी जा सके और भेड़ियों का पता लगाया जा सके।
बहराइच जिले के महसी तहसील के 35-40 गांवों में भेड़ियों के हमलों के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इस साल मार्च में भेड़ियों ने 7 साल के बच्चे पर हमला किया था। अब तक 10 लोगों की जान जा चुकी है और 30 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। वन विभाग की जांच में पता चला है कि इलाके में 6 भेड़ियों का झुंड है, जिनमें से 4 को पकड़ा जा चुका है और 2 अभी भी फरार हैं। प्रशासन का दावा है कि जल्द ही बाकी भेड़ियों को भी पकड़ लिया जाएगा।
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