लखनऊ: श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में मंदिर निर्माण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है , 2024 में प्राण प्रतिष्ठा होना है. अयोध्या को पर्यटन के लिए भी तैयार किया जा रहा है. इसी क्रम में वहां के स्थानीय प्रशासन ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई निजी कंपनियों को आमंत्रित किया है. अयोध्या के […]
लखनऊ: श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में मंदिर निर्माण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है , 2024 में प्राण प्रतिष्ठा होना है. अयोध्या को पर्यटन के लिए भी तैयार किया जा रहा है. इसी क्रम में वहां के स्थानीय प्रशासन ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई निजी कंपनियों को आमंत्रित किया है. अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने कहा कि रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पहले सरयू नदी में क्रूज चलाने की योजना बनाई गई है. प्रशासन इसको अंतिम रूप देने की कवायद में लगा है.
अयोध्या के सरयू नदी में क्रूज नया घाट से गुप्तार घाट तक चलने की योजना बनाई गई है. सरयू नदी पर एक जेटी का निर्माण भी किया जाएगा. इस जेटी के जरिए क्रूज के साथ बड़ी नावों के संचालन की योजना है. जिलाधिकारी ने बताया कि सरयू नदी में क्रूज चलाने की योजना पर्यटन विभाग के द्वारा मंजूर कर ली गई है.
अयोध्या विजन-2047 तक के लिए कई चरण में काम किया जाना है. राम जन्मभूमि मंदिर सहित आस-पास के विभिन्न मंदिरों और पर्यटक स्थलों के विकास के लिए अलग-अलग योजनाएं बनाई जा रही हैं. इस योजना के तहत अयोध्या प्रशासन निजी कंपनियों को भी शामिल कर रहा है. इस प्रोजेक्ट में वाटर स्पोर्ट और कई एडवेंचर सुविधा विकसित करने के लिए इन कंपनियों को आमंत्रित किया जा रहा है.
सरयू नदी में चलने वाला क्रूज अत्याधुनिक सुविधाओं से लैश होगा, इसमें पर्यटकों को वीडियो के माध्यम से अयोध्या की सभ्यता और संस्कृति के बारे में जानकारी दी जाएगी. यहां के 84 घाट के 15 किमी एरिया में इस क्रूज का संचालन किया जाएगा. इसमें एक बार में 150 से अधिक यात्रियों के बैठने की सुविधा होगी और साथ में पर्यटकों के लिए खाने पिने की व्यवस्था भी होगी.