पटना: बिहार की शराबबंदी (prohibition of alcohol) किससे छुपी है? 2016 में नीतीश सरकार ने राज्य में शराब पर प्रतिबंध लगा दिया था. लेकिन बिहार में अवैध शराब का कारोबार अब भी जारी है. वहीं जीतन राम मांझी के बयान ने इन खबरों पर मुहर लगा दी है. जीतन राम मांझी के एक बयान से […]
पटना: बिहार की शराबबंदी (prohibition of alcohol) किससे छुपी है? 2016 में नीतीश सरकार ने राज्य में शराब पर प्रतिबंध लगा दिया था. लेकिन बिहार में अवैध शराब का कारोबार अब भी जारी है. वहीं जीतन राम मांझी के बयान ने इन खबरों पर मुहर लगा दी है. जीतन राम मांझी के एक बयान से पूरे बिहार में सनसनी मच गई है. उनका कहना है कि अगर सफेदपोश लोग रात में शराब पीते हैं तो उन्हें पकड़ने वाला कोई नहीं होता, जबकि गरीब अगर थोड़ा भी पी लें तो पकड़े जाते हैं.
पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान जीतन राम मांझी ने न सिर्फ शराब पर अपनी चुप्पी तोड़ी, बल्कि तेजस्वी यादव और राहुल गांधी पर भी जमकर निशाना साधा. जीतन राम मांझी का कहना है कि गरीब लोग शराब पीकर पकड़े जा रहे हैं लेकिन दूसरी तरफ हजारों लीटर शराब की तस्करी हो रही है और तस्कर आसानी से छूट जा रहे हैं.
हम सभी सफेदपोश लोग रात में शराब पीते हैं. उन्हें पकड़ा नहीं जा रहा है. केंद्रीय मंत्री का कहना है कि शराबबंदी को सही तरीके से लागू करने के लिए कानून में संशोधन की जरूरत है. एक बार फिर शराबबंदी कानून में संशोधन का मुद्दा उठा है. नीतीश कुमार जी ने शराबबंदी की तीसरी समीक्षा करायी, जो अच्छी बात है. लेकिन एक बार फिर शराबबंदी की समीक्षा की जरूरत है.
जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव के 200 यूनिट मुफ्त बिजली के वादे पर भी बड़ा बयान दिया है. मांझी ने तेजस्वी पर तंज कसते हुए कहा कि वह सपना देख रहे हैं. मांझी ने कहा कि लोग रात में सोते समय सपने देखते हैं. तेजस्वी जी भी सपना देख रहे हैं. सपने देखने में कोई बुराई नहीं है.
नीतीश कुमार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गद्दार की तरह काम कर रहे हैं. वे विदेशों में जाकर देश के बारे में बताते हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को विश्व गुरु बनाना चाहते हैं लेकिन राहुल गांधी देश की छवि खराब कर रहे हैं.
जीतन राम मांझी ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के इस्तीफे पर सवाल उठाया और कहा कि वह अब इस्तीफे की बात क्यों कर रही हैं. अगर उनमें थोड़ी भी समझ होती तो वे 2 महीने पहले ही इस्तीफा दे देती. वह बचने के लिए ही यह सब ड्रामा कर रही है.
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