आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने 3 देशरत्न मार्ग स्थित अपना सरकारी आवास खाली कर दिया है. तेज प्रताप ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने उनके बंगले में भूत छोड़ दिए थे. वह भूत उन्हें परेशान कर रहे थे. जिसके चलते उन्होंने घर खाली करने का फैसला किया.
पटनाः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे और सूबे के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपना आधिकारिक आवास छोड़ दिया है. आवास छोड़ने के पीछे उन्होंने बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया. तेज प्रताप ने कहा कि उन्होंने पिछले हफ्ते अपना सरकारी आवास छोड़ने का फैसला किया था क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने उनके बंगले में भूत छोड़ दिए. वह भूत उन्हें परेशान कर रहे थे. बिहार में इससे पूर्व महागठबंधन सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए तेज प्रताप यादव 3 देशरत्न मार्ग स्थित सरकारी आवास में रहते थे. सूबे के भवन निर्माण मंत्री रामेश्वर हजारी ने बताया कि तेज प्रताप ने अभी तक विभाग को आवास खाली करने की जानकारी नहीं दी है.
दूसरी ओर आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि तेज प्रताप ने विभाग की ओर से दूसरा नोटिस मिलने के बाद बंगला खाली करने का फैसला किया. सूत्रों की मानें तो पिछले साल अक्टूबर में मिले नोटिस में 15 गुना किराया वसूले जाने की चेतावनी दी गई थी. करीब 20 माह तक महागठबंधन के तहत चलने वाली सरकार के मुखिया नीतीश कुमार ने बीते साल बीजेपी से हाथ मिला लिया था. जिसके बाद राज्य भवन निर्माण विभाग ने आरजेडी और कांग्रेस के पूर्व मंत्रियों को सरकारी आवास खाली करने का नोटिस भेज दिया.
गौरतलब है कि तेज प्रताप यादव बेहद धार्मिक प्रवृत्ति और अंधविश्वासी माने जाते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले साल जब जांच एजेंसियां उनके परिवार के खिलाफ करप्शन के आरोपों की जांच कर रही थीं तो उन्होंने अपने आवास पर ‘दुश्मन मारन जाप’ करवाया था. तेज प्रताप ने विशेषज्ञों की सलाह के बाद इसी आवास का दक्षिण दिशा की ओर खुलने वाला दरवाजा भी बंद करवा दिया था. इससे पहले वह गोशाला में बांसुरी बजाते हुए और एक जनसभा के दौरान शंखनाद करते हुए भी दिखाई दिए थे.
टेंडर स्कैम: ED ने राबड़ी, तेजस्वी और तेज प्रताप की 45 करोड़ की संपत्ति जब्त की