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Tamil Nadu: ईडी अफसर रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, पुलिस ने 8 किलोमीटर पीछा कर पकड़ा

चेन्नई: तमिलनाडु के सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय (डीवीएसी) ने एक दिसंबर को कार्रवाई करते हुए ईडी के एक अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. आरोप यह है कि एक सरकारी कर्मचारी से ईडी अधिकारी ने बीस लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी. गिरफ्तार ईडी अधिकारी की पहचान अंकित तिवारी के रूप […]

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Tamil Nadu: ईडी अफसर रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, पुलिस ने 8 किलोमीटर पीछा कर पकड़ा
  • December 2, 2023 11:54 am Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

चेन्नई: तमिलनाडु के सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय (डीवीएसी) ने एक दिसंबर को कार्रवाई करते हुए ईडी के एक अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. आरोप यह है कि एक सरकारी कर्मचारी से ईडी अधिकारी ने बीस लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी. गिरफ्तार ईडी अधिकारी की पहचान अंकित तिवारी के रूप में की गई है जो मदुरै के क्षेत्रीय कार्यालय में कार्यरत है।

डीवीएसी अधिकारी ने ईडी कार्यालय में की छापेमारी

डीवीएसी अधिकारी ने अंकित तिवारी से जुड़े मामले के संबंध में मदुरै के ईडी कार्यालय में भी छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान कार्यालय के बाहर सीआरपीएफ जवानों को तैनात किया गया. डीवीएसी को रिश्वत मामले में ईडी के अन्य अधिकारियों की मिलीभगत होने का शक है. डीवीएसी के मुताबिक अंकित तिवारी को हिरासत में लेने के बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। इसके बाद अदालत ने 15 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में आरोपी को भेज दिया। न्यायिक हिरासत में भेजने से पहले अधिकारियों ने तिवारी से गहन पूछताछ की। डीवीएसी ने कहा कि हमारी टीम इस बात की जांच कर रही है कि क्या आरोपी अधिकारी ने पहले भी किसी अन्य को ब्लैकमेल करके पैसे ऐंठे थे।

डीवीएसी के मुताबिक अक्तूबर में आरोपी अधिकारी ने डिंडीगुल के एक सरकारी कर्मचारी से संपर्क किया और उनके खिलाफ दर्ज एक सतर्कता मामले का जिक्र किया, जिसका निपटारा पहले ही हो चुका था. अंकित तिवारी ने कर्मचारी से कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय से मामले की जांच करने के लिए निर्देश प्राप्त हुए हैं और 30 अक्तूबर को सरकारी कर्मचारी को मदुरै स्थित ईडी कार्यालय में पेश होने के लिए कहा।

कर्मचारी को मैसेज के जरिए कई बार धमकाया

जब सरकारी कर्मचारी मदुरै गया तो तिवारी ने कानूनी कार्रवाई से बचने के एवज में उससे 3 करोड़ रुपये देने को कहा। बाद में कहा कि उसने अपने वरिष्ठों से बात की, जो रिश्वत के रूप में 51 लाख रुपये लेने के लिए सहमत हो गए हैं. कर्मचारी ने 1 नवंबर को रिश्वत की पहली किस्त के रूप में उन्हें 20 लाख रुपये दिए। बाद में तिवारी ने कर्मचारी को मैसेज के जरिए कई बार धमकाया कि उसे 51 लाख रुपये की पूरी राशि देना होगा, नहीं तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।

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