नई दिल्लीः अयोध्या के जगद्गुरु परमहंस आचार्य ताजमहल पहुंचे और उन्होंने नया विवाद खड़ा कर दिया। जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने कहा वे ताजमहल देखने नहीं बल्कि शिवालय के दर्शन करने आए हैं। आचार्य ने दावा किया कि ताजमहल भगवान भोलेनाथ का मंदिर है। उन्होंने मुगल बादशाह पर टिप्पणी करते हुए बलात्कारी कहा। आचार्य लवजिहाद के […]
नई दिल्लीः अयोध्या के जगद्गुरु परमहंस आचार्य ताजमहल पहुंचे और उन्होंने नया विवाद खड़ा कर दिया। जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने कहा वे ताजमहल देखने नहीं बल्कि शिवालय के दर्शन करने आए हैं। आचार्य ने दावा किया कि ताजमहल भगवान भोलेनाथ का मंदिर है। उन्होंने मुगल बादशाह पर टिप्पणी करते हुए बलात्कारी कहा। आचार्य लवजिहाद के बारे में विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा घर वापसी करने से स्वर्ग मिल जाता है।
आचार्य ने कहा “ताजमहल प्राचीन शिवालय है, भोलेनाथ का मंदिर है। इसीलिए ये विश्व का सातवां अजूबा माना जाता है, प्रेम की निशानी माना जाता है। शाहजहां तो बलात्कारी था। उसने अपनी बेटी के साथ बलात्कार किया। शाहजहां ने अपनी बेटी जहांआरा से शादी की थी। उसका नाम लेना प्रेम के नाम पर कलंक है।”
जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने यह भी कहा कि एसआई ने उनसे माफी मांगी है। आचार्य ने कहा “एसआई चीफ ने हमसे क्षमा भी मांगी। उसने कहा आप कभी भी आकर दर्शन कर सकते हैं। मैं भोलेनाथ का दर्शन करने जा रहा हूं और उनकी कृपा से कुछ अच्छा होगा। ”
आचार्य ने कहा अगर कोई हिंदू लड़की लव जिहाद में फसती है तो समछ लीजिए जीते जी वो जहन्नुम में चली जाती है। अगर कोई मुस्लिम लड़की घर वापसी करके सनातन में आती है तो उसके स्वर्ग मिल जाता है। क्योंकि चार बीवियों को चक्कर छूट जाता है और जब वह जन्नत में जाएंगी तो उनके पति के पास 72 हुरे होंगी तो उन्हें और दिक्कत होगी। हमारे यहां ऐसा नही है। सनातन में नारी को देवी माना जाता है। गुरू से भी ज्यादा सम्मान नारी का है।
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