जयपुर. Swine Flu Deaths in Rajasthan: राजस्थान के जयपुर में स्वास्थ्य विभाग दोहरी चुनौतियों से जूझ रहा है. राज्य जीका से निपटने की कोशिशें कर ही रहा था, लेकिन शनिवार को जारी हुए स्वाइन फ्लू के आंकड़ों ने उनकी चिंताएं और बढ़ा दी हैं. राज्य में 3 से 18 अक्टूबर के बीच 27 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 235 लोग इसी अवधि में पॉजिटिव पाए गए हैं. 18 सितंबर से अब तक 50 लोग स्वाइन फ्लू के कारण काल के गाल में समा चुके हैं, जिसमें से 15 सिर्फ कोटा डिविजन के थे. राज्य में इस साल अब तक स्वाइन फ्लू के मामले 1,967 तक बढ़ चुके हैं, जिसमें से 476 पिछले एक महीने में जुड़े हैं.
कोटा डिविजन में स्वाइन फ्लू के कारण हुई मौतों ने प्रशासन के लिए खतरे की घंटी बजा दी है. इस डिविजन ने मौत के मामले में जयपुर को भी पीछे छोड़ दिया है. इस साल जनवरी से 18 अक्टूबर तक स्वाइन फ्लू से 64 मौतें हुई हैं, जबकि जयपुर में 52. स्वाइन फ्लू का कहर सबसे ज्यादा कोटा बरन, झलावर और बूंदी पर टूटा है.
स्वास्थ्य अधिकारियों स्वाइन फ्लू से हो रही मौतों को रोकने के लिए ठोस कदम उठा रहे हैं. कोटा जोन के स्वास्थ विभाग के जॉइंट डायरेक्टर हमेंद्र विजयवर्गीय ने कहा, ”हमने हाल ही में इलाके में मौतों का आकलन किया है. पाया गया कि करीब 80 प्रतिशत मामले अस्पताल में एडवांस स्टेज पर ही आ गए थे. संक्रमण के करीब 5-6 दिन बाद वे अस्पताल आए थे.” चूंकि मौत के ज्यादा मामले कोटा जोन से हैं, लिहाजा स्वास्थ्य विभाग स्कूल और कॉलेजों में स्वाइन फ्लू को लेकर जागरूकता पैदा कर रहा है.
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