नई दिल्ली। मुजफ्फरनगर के चर्चित थप्पड़ कांड को लेकर सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई हुई। इस मामले पर उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि इसकी जांच पूरी हो चुकी है। जबकी, सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षा विभाग से रिपोर्ट मांगते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार तेजी से काम करे, हम बच्चे के भविष्य को […]
नई दिल्ली। मुजफ्फरनगर के चर्चित थप्पड़ कांड को लेकर सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई हुई। इस मामले पर उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि इसकी जांच पूरी हो चुकी है। जबकी, सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षा विभाग से रिपोर्ट मांगते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार तेजी से काम करे, हम बच्चे के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। न्यायमूर्ति अभय एस ओका और पंकज मिथल की बेंच ने इस मामले की सुनवाई की।
सर्वोच्च न्यायालय ने बताया कि बच्चे की काउंसलिंग के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम राज्य को सूचित कर रहे हैं कि हम न केवल पीड़ित बल्कि अन्य बच्चों की भी काउंसलिंग के लिए एक विशेषज्ञ एजेंसी नियुक्त करने पर विचार कर रहे हैं। अदालत ने कहा कि सूची अगले सोमवार को दी जाएगी।
जस्टिस ओका जे ने कहा कि आपके साथ यही समस्या है। बच्चा बहुत सदमे में है और आप बच्चे और माता-पिता से परामर्श केंद्र में आने की उम्मीद नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि क्या बच्चों की काउंसलिंग के लिए NIMHANS या किसी और विशेषज्ञ एजेंसी को नियुक्त किया जा सकता है।