शिमला. हिमाचल प्रदेश ने कांग्रेस ने 68 में से 40 सीटों पर जीत हासिल की है जबकि भाजपा को 25 सीटों से ही संतोष करना पड़ा है. हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री पद को लेकर मंथन चल रहा है, वहीं शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक शुरू हो गई है. यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय […]
शिमला. हिमाचल प्रदेश ने कांग्रेस ने 68 में से 40 सीटों पर जीत हासिल की है जबकि भाजपा को 25 सीटों से ही संतोष करना पड़ा है. हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री पद को लेकर मंथन चल रहा है, वहीं शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक शुरू हो गई है. यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में नवनिर्वाचित विधायक एकत्रित हो गए हैं. इस बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक भूपेंद्र हुड्डा, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और हिमाचल के प्रभारी राजीव शुक्ला भी मौजूद हैं फ़िलहाल मुख्यमंत्री पद को लेकर दो नामों की ही चर्चा हो रही है. इसमें सबसे पहला नाम प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का है और दूसरा नाम सुखविंदर सिंह सुक्खू का है, दोनों ही नेताओं ने मुख्यमंत्री पद के लिए दावा पेश कर दिया है.
इसी कड़ी में अब सुक्खू ने बड़ा बयान दे दिया है. उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं हूँ, मैं तो बस कांग्रेस पार्टी का अनुशासित सिपाही, कार्यकर्ता और विधायक हूं. जो भी फैसला होगा वो पार्टी आलाकमान लेगी और आलाकमान का हर फैसला सर्वोपरि है. ऐसे में, विधायक हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि जो भी फैसला कांग्रेस आलाकमान लेगा, वह फैसला उन्हें मंजूर होगा. वो अपनी बात रखेंगे और चुने हुए विधायकों की राय के मुताबिक ही फैसला लिया जाएगा. इस संबंध में ज्वालामुखी से कांग्रेस विधायक संजय रतन ने बताया कि कांग्रेस में कोई अलग ग्रुप नहीं है और विधायक दल की बैठक में ही मुख्यमंत्री चुना जाएगा, बाकी जो भी फैसला होगा वो पार्टी आलाकमान लेगा.
धर्मशाला से कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा ने कहा कि चुने हुए विधायकों और पार्टी आलाकमान द्वारा चुना गया व्यक्ति ही हिमाचल प्रदेश का मुख्यमंत्री बनेगा, पार्टी का फैसला यहाँ मान्य होगा.
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