मुंबई: देश के सबसे अमीर मंदिरों में से एक शिरडी साईं मंदिर एक बार फिर चर्चा में है। आपको बता दें, मनोकामना पूरी होने पर यहां भक्त करोड़ों का चढ़ावा करते हैं। लेकिन इस बार ये चढ़ावा ट्रस्ट के लिए बड़ी परेशानी बन गया है। दरअसल साईं मंदिर ट्रस्ट और बैंक हजारों किलो वजन के […]
मुंबई: देश के सबसे अमीर मंदिरों में से एक शिरडी साईं मंदिर एक बार फिर चर्चा में है। आपको बता दें, मनोकामना पूरी होने पर यहां भक्त करोड़ों का चढ़ावा करते हैं। लेकिन इस बार ये चढ़ावा ट्रस्ट के लिए बड़ी परेशानी बन गया है। दरअसल साईं मंदिर ट्रस्ट और बैंक हजारों किलो वजन के सिक्कों को लेकर परेशान हैं। बैंक का कहना है कि ग्राहक अब सिक्के नहीं लेते हैं। अब उन्हें रखने के लिए कहीं जगह भी नहीं है। कहा जाता है कि न तो बैंक के पास और न ही ट्रस्ट के पास यह साढ़े तीन से चार करोड़ के सिक्के रखने की जगह है।
साईंबाबा मंदिर ट्रस्ट के शिरडी के अंतरिम प्रबंध निदेशक का कहना है कि साईं मंदिर में श्रद्धालु एक रुपये से लेकर लाखों रुपये तक का दान देते हैं। सप्ताह में दो बार नकद की गिनती की जाती है और सिक्कों को अलग-अलग बैंकों में जमा किया जाता है। लेकिन बैंक हजारों किलो वजन के सिक्के जमा करने से कतरा रहे हैं। कई सालों से चढ़ावे में मिली रकम 13 अलग-अलग बैंकों में जमा है। अब बैंकों के पास भी सिक्के रखने के लिए जगह नहीं है।
इस मामले में CEO का कहना है कि जिले के अन्य बैंकों में भी खाते खोले जाएंगे। ऐसा करने से आपको थोड़ी राहत मिलेगी। हमने RBI से सिक्के की समस्या का समाधान करने को भी कहा। कहा जाता है कि सिर्फ ट्रस्ट और बैंक ही सिक्कों का लेन-देन नहीं करते। बल्कि बैंक के नीचे काम करने वाले कारोबारी भी डरे हुए हैं। उन्हें लगता है कि सिक्कों के वजन से इमारत न गिर जाए। इन सिक्कों को जल्द से जल्द यहां से हटाया जाना चाहिए। माना जा रहा है कि ऑनलाइन पेमेंट की वजह से सिक्कों का चलन कम हो गया है।