लखनऊ: सहारनपुर के बिलासपुर गांव में आवारा कुत्तों के हमले से 7 साल के मासूम बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई. इस घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत मचा हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारियों को बार-बार सूचना देने के बाद भी इन आवारा कुत्तों का आज तक कोई इलाज नहीं हो […]
लखनऊ: सहारनपुर के बिलासपुर गांव में आवारा कुत्तों के हमले से 7 साल के मासूम बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई. इस घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत मचा हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारियों को बार-बार सूचना देने के बाद भी इन आवारा कुत्तों का आज तक कोई इलाज नहीं हो सका.
सहारनपुर के थाना गंगोह क्षेत्र के बिलासपुर गांव में आवारा कुत्तों ने सात साल के मासूम बच्चे को टारगेट बनाया. आवारा कुत्तों के हमले से बिलासपुर के सात वर्षीय एक बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई. इस घटना से परिवार के लोग काफी निराश है. इस घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत मचा हुआ है. भारी गुस्से के बीच ही परिजनों ने बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया.
आपको बता दें बिलासपुर के निवासी विकास का सात वर्षीय बेटा कान्हा अपने घर के पीछे खेत में खेल रहा था. इसी दौरान आवारा कुत्तों का झुंड आया और उन्होंने बच्चों पर हमला कर दिया. बच्चा कुत्तों के झुंड से बचने के लिए चिल्लाता रहा, लेकिन जब तक ग्रामीण वहां पर पहुंचे तब तक आवारा कुत्तों के झुंड ने कान्हा को नोच नोच कर मार डाला.
इसके बाद ग्रामीणों ने खेत में पहुंचकर आवारा कुत्तों के झुंड को वहां से भगाया और बच्चे के शव को लेकर उसके घर आए. बच्चे की सब देखकर परिजनों में हाहाकार मच गया. इस दर्दनाक घटने के बाद सभी के आंखें नम थी.
मृतक बालक कान्हा 3 बहनों का इकलौता भाई था. उसकी मौत से माता पिंकी, पिता विकास, दादी जगवती, दादा मेहरसिंह और बहनों तान्या, तूलिका एवं तमन्ना का रो रोकर बुरा हाल था. मां और तीनों बहनें तो बेहोश पड़ी हुई थीं. अन्य परिजन एवं ग्रामीण उन्हें भरोसा दे रहे थे।
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