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बिहार. Jitan Ram Manjhi  बिहार में जहां एकओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराब बंदी पर जोर दे रहे हैं, तो वही दूसरी ओर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शराब बंदी को लेकर बड़ा बयान दिया है. मांझी ने शराब बंदी की पोल खोलते हुए कहा कि बिहार में उचे दर्जे के जैसे- आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर, इंजीनियर आदि रात में लिमिट में शराब पीते है, उन्हें कोई नहीं रोकता। शराब बंदी बस केवल गरीबों के लिए हैं.

दरअसल बिहार में शराब बंदी को लेकर बड़ी बहस चल रही है. बीते दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ़ किया था कि उनकी सरकार शराब बंदी कानून को वापस नहीं लेने वाली साथ ही शराब बंदी को लेकर सरकार ठोस से ठोस कदम उठाएगी। नीतीश कुमार के इस बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने यह कानून विरोधी बयान दिया है. बता दें पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इससे पहले बुधवार को बगहा से मेडिकल साइंस का हवाला देते हुए एक अजीबों गरीब बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि मेडिकल साइंस भी यह कहता है कि थोड़ी-थोड़ी मात्रा में शराब पीना सेहत के लिए लाभदायक है.

आंकड़े ही सरकार पर कर रहे पलटवार

जीतन राम मांझी ही नहीं बल्कि बिहार में आकड़े भी शराब बंदी की पोल खोल रहे है. नवंबर महीने में ही अबतक प्रदेश में 3 लाख लीटर से ज़्यादा की शराब पकड़ी जा चुकी है. इस मामलें में अबतक 11 हजार से अधिक लोगों की गिरफ़्तारी हो चुकी हैं. यह अकड़ा तब है जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराब बंदी पर जोर दे रहे है. बिहार में वैसे तो साल 2016 से ही पूर्ण रूप से शराब बंदी है, लेकिन शायद ही कोई ऐसा दिन हो जिसदिन बिहार में शराब नहीं बिकती हो. नवंबर माह में ही जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हुई थी.

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