जम्मू-कश्मीर में एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया गया है. राज्य के डीजीपी की कमान अब एसपी वैद्य की जगह दिलबाग सिंह संभालेंगे. एसपी वैद्य का तबादला यातायात आयुक्त के पद पर कर दिया गया है. राज्य में हुए पुलिसकर्मियों के परिजनों के अपहरण के बाद ऐसी खबरें आई थीं कि राज्यपाल मलिक एसपी वैद्य से नाराज चल रह हैं.
जम्मू-कश्मीरः जम्मू-कश्मीर में पुलिस जवान और परिवार के बदले आतंकवादियों के परिवार को छोड़ने वाले राज्य के डीजीपी एसपी वैद् को गुरुवार देर रात उनके पद से हटा दिया गया. उनकी जगह पर पुलिस महानिदेशक (कारागार) दिलबाग सिंह को राज्य के पुलिस प्रमुख का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. गृह विभाग से जारी हुए आदेश में लिखा है कि 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी एसपी वैद्य का तबादला यातायात आयुक्त के पद पर किया गया है और एक स्थायी व्यवस्था होने तक 1987 बैच के आईएएस अधिकारी और कारागार विभाग के प्रमुश दिलबाग सिंह इस पद का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे.
आपको बता दें कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक के जम्मू-कश्मीर में पुलिसकर्मियों के परिजनों के अपहरण के चलते एसपी वैद्य से नाराजगी की खबरें भी आ रही थीं. ऐसा माना जा रहा था कि पुलिसकर्मियों के अपहरण के बाद से राज्यपाल पुलिस से नाराज चल रहे हैं. हालांकि राज्यपाल मलिक का कहना था कि जम्मू-कश्मीर में पुलिस व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगातार बलिदान दे रही है और अच्छा काम कर रही है. गौरतलब है कि एसपी वैद्य ने कठुआ रेप पीड़िता का नाम ले कोर्ट के आदेश की अवमानना की थी जिसके बाद भी विवादों में घिर गए थे.
बताते चलें कि एसपी वैद्य 1986 बैच के आईपीएस बैच के अधिकारी है वैद्य जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले से आते हैं. कई वीरता पुरस्कारों से नवाजे जाने वाले एसपी वैद्य की पोस्टिंग भी कई खतरनाक इलाकों में रही है.
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य ने कठुआ रेप पीड़िता का नाम लेकर तोड़ा कानून, कोर्ट की अवमानना भी