लखनऊ। समाजवादी पार्टी की कार्यकारिणी बैठक होने वाली है। ये बैठक कोलकाता में होगी, जिसमे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार करने वाले हैं। लोकसभा में यूपी की होगी महत्वपूर्ण भूमिका उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव मिशन 2024 के लिए ताना-बाना बुनने में […]
लखनऊ। समाजवादी पार्टी की कार्यकारिणी बैठक होने वाली है। ये बैठक कोलकाता में होगी, जिसमे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार करने वाले हैं।
उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव मिशन 2024 के लिए ताना-बाना बुनने में लगे हुए हैं। दरअसल देश का अगला लोकसभा चुनाव 2024 में होना है और इस चुनाव में सबसे ज्यादा लोकसभा सीट वाली उत्तर प्रदेश की भूमिका बहुत अहम होती है। ऐसे में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कोलकाता में होने वाली कार्यकारिणी बैठक में अगले लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार करेंगे।
सपा की नवगठित कार्यकारिणी की बैठक कोलकाता में होने वाली है। इस बैठक में सपा, राष्ट्रीय राजनीति में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बन रहे मोर्चे में अपनी भूमिका तय करेगी। इस महत्वपूर्ण बैठक में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों और मुद्दों पर चर्चा होगा। सपा का पूरा फोकस इस बात पर होगा कि कैसे दूसरे राज्य में सहयोगी दल उसको समर्थन करेंगे। वहीं इसके अलावा केंद्र की भाजपा सरकार को रोकने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर बन रहे गठबंधन में भी सपा अपनी भूमिका तय करेगी।
गौरतलब है कि सपा ने अभी प्रधानमंत्री पद के लिए किसी भी विपक्षी दावदारों का समर्थन नहीं किया है। बता दें कि अखिलेश यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश यादव, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से अलग-अलग विपक्षी एकता के मुद्दे पर चर्चा कर चुके हैं।
बता दें कि समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलालय सिंह यादव के गुजर जाने के बाद यह पहली बैठक है। इसमें राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव पास होंगे। वहीं इसके साथ ही राष्ट्रीय कार्यकारिणी के मंच पर बहुत लंबे समय बाद शिवपाल यादव भी दिखेंगे। शिवपाल को हाल ही में पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है। कोलकाता में इस बार छठी बार कार्यकारिणी बैठक हो रही है। 1992 में पार्टी की स्थापना के बाद मुलायम सिंह यादव ने पहली कार्यकारिणी बैठक यहीं पर की थी।