लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के मठाधीश और माफिया में कोई फर्क नहीं होता वाले बयान पर साधु-संत की नाराजगी खत्म नहीं हो रही। बीते दिनों अयोध्या में संतों के विरोध-प्रदर्शन किया था। अब प्रयागराज में आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी जी महाराज ने भी अखिलेश यादव की आलोचना की है। कैलाशानंद गिरी […]
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के मठाधीश और माफिया में कोई फर्क नहीं होता वाले बयान पर साधु-संत की नाराजगी खत्म नहीं हो रही। बीते दिनों अयोध्या में संतों के विरोध-प्रदर्शन किया था। अब प्रयागराज में आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी जी महाराज ने भी अखिलेश यादव की आलोचना की है। कैलाशानंद गिरी जी महाराज ने अखिलेश के बयान को बेतुका बताते हुए संतों से माफ़ी मांगने को कहा है।
स्वामी कैलाशानंद ने कहा कि अखिलेश को थोड़ा यश मिला है तो वो इसको बनाकर रखे। वो सोच समझकर बोले। अपने बयान के लिए उन्हें साधु-संतों से माफ़ी मांगनी चाहिए। साथ ही इस बात का ख्याल रखें कि बोल क्या रहे हैं, किसको लेकर बोल रहे हैं। मठों का एक अलग इतिहास है। उसपर टिप्पणी करने का मतलब है, सनातन धर्म पर टिप्पणी करना। अखिलेश आगे से ऐसा न करें।
आपको बता दें कि एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अखिलेश से सवाल किया गया कि सीएम कहते हैं कि जब भी यूपी में माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाती है तो सपा उसमें जाति ढूंढने लगते हैं। इस सवाल का जवाब देते हुए अखिलेश ने कहा कि माफिया और मठाधीश में कोई फर्क थोड़े न होता है।
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