लखनऊ: लोकसभा चुनाव के लिए सपा ने उम्मीदवारों की पांचवी लिस्ट शनिवार को जारी की है. इसमें 6 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया गया है. वहीं पार्टी ने एक सीट पर कैंडिडेट को बदल दिया है. समाजवादी पार्टी ने आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव, मिश्रिख से मनोज कुमार राजवंशी, सुल्तानपुर से भीम निषाद, इटावा से […]
लखनऊ: लोकसभा चुनाव के लिए सपा ने उम्मीदवारों की पांचवी लिस्ट शनिवार को जारी की है. इसमें 6 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया गया है. वहीं पार्टी ने एक सीट पर कैंडिडेट को बदल दिया है. समाजवादी पार्टी ने आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव, मिश्रिख से मनोज कुमार राजवंशी, सुल्तानपुर से भीम निषाद, इटावा से जितेंद्र दोहरे, गौतमबुद्ध नगर से डॉ. महेंद्र नागर और जालौन से नारायण दास अहिरवार को उम्मीदवार बनाया है. इससे पहले सपा ने मिश्रिख से रामपाल राजवंशी को उम्मीदवार बनाया था. समाजवादी पार्टी अब तक 42 सीटों पर कैंडिडेट घोषित कर चुकी है।
सपा के पुराने नेता रामपाल राजवंशी दो बार मंत्री रह चुके हैं. साल 1996 में लोक जनशक्ति पार्टी के टिकट पर मिश्रिख विधानसभा सीट से पहली बार रामपाल राजवंशी विधायक बने थे. जिसके बाद राज्य मंत्री उन्हें बनाया गया था. साल 2007 में सपा के साथ जुड़े और चुनाव लड़कर फिर वह विधायक बने. साल 2012 में भी सपा के टिकट पर उन्हें जीत मिली और अखिलेश सरकार में रामपाल राजवंशी कारागार राज्य मंत्री चुने गए. इसके बाद 2017 और 2022 में मिश्रिख सीट पर ही उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
मिश्रिख लोकसभा सीट के अंतर्गत 4 विधानसभा सीट आती हैं जिसमें संडीला बिलग्राम मल्लावां, बालामऊ, मिश्रिख और बिल्हौर शामिल है. इन सभी सीटों पर भाजपा का कब्जा है, यहां सांसद भी भारतीय जनता पार्टी के ही हैं. इस स्थिति में लगातार दो बार विधानसभा चुनाव हारने वाले रामपाल राजवंशी के लिए लोकसभा की राह आसान नहीं होगी, लेकिन वह पासी समुदाय के बड़े नेता हैं जिसका फायदा उन्हें मिल सकता है।
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