लखनऊ: उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट पर सपा में पेंच फंस गया है. आज़म खान की सीट रही रामपुर में अबतक समाजवादी पार्टी ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है. वहीं कल यानी 27 मार्च को नामांकन का आख़िरी दिन है. मंगलवार की शाम तक उम्मीदवार को लेकर जारी अनिश्चितता के बीच रामपुर की समाजवादी […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट पर सपा में पेंच फंस गया है. आज़म खान की सीट रही रामपुर में अबतक समाजवादी पार्टी ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है. वहीं कल यानी 27 मार्च को नामांकन का आख़िरी दिन है. मंगलवार की शाम तक उम्मीदवार को लेकर जारी अनिश्चितता के बीच रामपुर की समाजवादी पार्टी की ज़िला इकाई ने कहा है कि अगर अखिलेश यादव ख़ुद चुनाव लड़ने नहीं आए तो वो चुनाव प्रचार का बहिष्कार करेंगे. बताया जा रहा है कि आजम खान ने अखिलेश यादव पर रामपुर से चुनाव लड़ने का दबाव बनाया है, जिसे अखिलेश यादव ने नहीं माना है।
मंगलवार की शाम को रामपुर में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष अजय सागर ने साफ कहा है कि यहां से अखिलेश यादव चुनाव लड़ने नहीं आए तो वो चुनाव प्रचार का बहिष्कार करेंगे. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जिला अध्यक्ष अजय सागर के अलावा चमरौआ के विधायक नासिर खान भी मौजूद थे।
आपको बता दें कि पार्टी द्वारा शनिवार को जारी की गई यूपी की 9 सीट के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची में अमेठी और रायबरेली को शामिल नहीं किया गया है. इससे इन दोनों ही लोकसभा क्षेत्रों में नेहरू-गांधी परिवार के सदस्यों के प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरने की आस लगाए कांग्रेस नेताओं का इंतजार और बढ़ गया है. हालांकि कांग्रेस के यूपी इकाई के अध्यक्ष अजय राय इस बात के लिए आश्वस्त है कि अमेठी और रायबरेली सीट पर नेहरू-गांधी परिवार के सदस्य ही चुनाव लड़ेंगे।
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