Advertisement

Sonam Wangchuk के आंदोलन को समर्थन करने पर विदेशी पर्यटकों के खिलाफ FIR दर्ज

लद्दाख। लद्दाख में क्लाइमेट फास्ट शुरु करने वाले मैगसेसे पुरस्कार विजेता सोनम वांगचुक (Sonam Wangchuk) के आंदोलन से प्रशासन को दिक्कत होने लगी है। बता दें, लद्दाख में मौसम बदलाव के विरोध में आंदोलन कर रहे वांगचुक का समर्थन करने पर विदेशी पर्यटकों पर वीजा नियमों का उल्लघंन करने के आरोप में लद्दाख प्रशासन की […]

Advertisement
Sonam Wangchuk के आंदोलन को समर्थन करने पर विदेशी पर्यटकों के खिलाफ FIR दर्ज
  • January 30, 2023 9:43 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

लद्दाख। लद्दाख में क्लाइमेट फास्ट शुरु करने वाले मैगसेसे पुरस्कार विजेता सोनम वांगचुक (Sonam Wangchuk) के आंदोलन से प्रशासन को दिक्कत होने लगी है। बता दें, लद्दाख में मौसम बदलाव के विरोध में आंदोलन कर रहे वांगचुक का समर्थन करने पर विदेशी पर्यटकों पर वीजा नियमों का उल्लघंन करने के आरोप में लद्दाख प्रशासन की ओर से मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि पर्यटकों के नाम और संख्या को प्रशासन ने बताने से मना कर दिया है।

पुलिस ने क्या कहा ?

मामले पर लेह पुलिस का कहना है कि, सोनम वांगचुक (Sonam Wangchuk) ने 26 जनवरी से खारदुंगला दर्रे पर खुले आसमान के नीचे जलवायु अनशन करने का ऐलान किया था, जिसकी अनुमति प्रशासन ने नहीं दी थी। वांगचुक के इस ऐलान के समर्थन में लेह स्थित कुछ धार्मिक स्थलों में भी जलवायु अनशन किया गया था, जिसमें कुछ विदेशी पर्यटक भी शामिल हो गए थे।
प्रशासन का कहना है कि विदेशी पर्यटकों ने स्थानीय मुद्दों पर हस्तक्षेप करने से वीजा नियमों का उल्लघंन किया था। जिस कारण इन पर्यटकों पर एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस का कहना है कि सोनम और उनके समर्थकों को सेहत खराब होने के चलते  हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्यस लद्दाख परिसर में अनशन करने की अनुमति दी गई थी। खारदुंगला दर्रे जैसी दुर्गम पहाड़ में मााइनस 40 डिग्री तापमान में किसी को भी अनशन देने की अनुमति नहीं दी जा सकती।
एसएसपी लेह का बयान

वही मामले पर एसएसपी लेह पीडी नित्या ने कहा कि, “स्थानीय लोगों की ओर से सरकार के खिलाफ विरोध या असहमति जताना आंतरिक मामला है। इसमें विदेशी पर्यटक भी शामिल हो गए थे। विदेशी पर्यटकों की मंशा भले ही विरोध जताने की ना रही हो, लेकिन वीजा में विदेशी पर्यटकों के लिए ऐसे मामलों से दूर रहने के स्पष्ट नियम दिए हुए है। नियमों का उल्लघंन करने के बाद भी यह पर्यटक आठ से नौ घंटे अनशन वाली जगह पर बैठे रहे, जिस कारण उन पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में सोनम वांगचुक पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है।

वागंचुक क्यों कर रहे है आंदोलन ?

थ्री इडियट फिल्म के रेंचो किरदार से प्रसिद्ध हुए सोनम वांगचुक (Sonam Wangchuk) लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल कर जनजातीय दर्जे की सुविधाएं देने की मांग कर रहे है। बता दें, इसी मांग को लेकर लेह और कारगिल के विभिन्न संगठन पहले से आंदोलन कर रहे हैं। ऐसे में इस जलवायु अनशन को राजनीतिक दृष्टिकोण से जोड़कर भी देखा जा रहा है। सोनम का कहना है कि उनके इस आंदोलन को समर्थन देने के लिए देश और विदेशों से भारी समर्थन मिल रहा है।

Advertisement