बेंगलुरु: हर युवक-युवती का सपना होता है कि उसे अपनी पसंद का जीवनसाथी मिले। उसका पारिवारिक जीवन और बच्चे सुखी हों। क्या होता है जब तमाम कोशिशों के बावजूद भी किसी युवक या युवती की शादी में रुकावटें आती हैं? यह कोई नई बात नहीं है। आज के समय में इस तरह की स्थिति अक्सर […]
बेंगलुरु: हर युवक-युवती का सपना होता है कि उसे अपनी पसंद का जीवनसाथी मिले। उसका पारिवारिक जीवन और बच्चे सुखी हों। क्या होता है जब तमाम कोशिशों के बावजूद भी किसी युवक या युवती की शादी में रुकावटें आती हैं? यह कोई नई बात नहीं है। आज के समय में इस तरह की स्थिति अक्सर देखने को मिलती है। यही कारण है कि लोग रिश्ते जोड़ने के लिए मैट्रिमोनियल साइट्स का सहारा लेते हैं। बेंगलुरु में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां मैट्रिमोनियल साइट भी युवक की शादी नहीं करा पाई तो पिता कोर्ट पहुंच गया।
पिता ने अदालत को बताया कि उसने अपने बेटे की शादी के लिए वैवाहिक साइट से संपर्क किया था। इस साइट ने 30 हजार रुपये का भुगतान भी लिया और बेटे के लिए सही दुल्हन ढूंढने का वादा किया। डेडलाइन बीत जाने के बाद भी ये साइट बेटे के लिए कोई रिश्ता नहीं ला सकी. ऐसे में जब साइट चलाने वालों से पैसे लौटाने को कहा गया तो वे पीछे हट गए. जिसके बाद कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, मामले की गंभीरता को देखते हुए बेंगलुरु की उपभोक्ता अदालत ने मैट्रिमोनियल साइट पर 60,000 रुपये का जुर्माना लगाया है. बेंगलुरु के एम एस नगर के रहने वाले विजय कुमार अपने बेटे बालाजी के लिए संभावित दुल्हन की तलाश कर रहे थे। उन्होंने दिलमिल मैट्रिमोनी पोर्टल से संपर्क किया। इसी साल 17 मार्च को विजय कुमार जरूरी दस्तावेज और तस्वीरें लेकर अपने बेटे के पास पहुंचे. दिल्मिल मैट्रिमोनी ने संभावित दुल्हन ढूंढने के लिए उनसे 30,000 रुपये की फीस मांगी।
विजय कुमार ने उसी दिन पैसे का भुगतान कर दिया. मौखिक रूप से 45 दिनों के भीतर बालाजी के लिए संभावित दुल्हन ढूंढने का आश्वासन दिया गया। बालाजी को दुल्हन नहीं मिली, जिसके कारण पिता ने पैसे वापस करने के लिए साइट से संपर्क किया। कई बार उनसे इंतजार करने को कहा गया, लेकिन पैसे नहीं लौटाए गए।
ये भी पढ़ें: योगी ने कही काटने की बात, देश में छिड़ सकती है जंग, विपक्ष उठा सकता है मौके का फायदा!