कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भ्रष्टाचार के विषय पर बहस की चुनौती दी है. उन्होंने कहा है कि लोकपाल की नियुक्ति की जानी चाहिए, जस्टिस लोया की मौत और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह के तेजी से आगे बढ़ने की जांच की जानी चाहिए.
बेंगलूरु. कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भ्रष्टाचार के विषय पर बहस की चुनौती दे डाली है. सिद्धारमैया ने कहा कि पीएम इसकी शुरुआत उनकी 4 मांगो को पूरा करने के साथ ही कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि उनकी पहली मांग है कि लोकपाल की नियुक्ति की जाए, जस्टिस लोया की मौत और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह के अचानक तेजी से आगे बढ़ने की जांच की जानी चाहिए.
साथ ही उन्होंने एक अन्य मांग में कहा कि कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए पीएम मोदी बेदाग चेहरे के नाम की घोषणा करें. गौरतलब है कि कुछ समय पहले बेंगलूरु की रैली में पीएम मोदी ने लोगों से भाजपा को जीत दिलाने के साथ येदियुरप्पा को किसान का बेटा बताते हुए सीएम बनाने की अपील की थी. मोदी ने कहा था कि ‘अगर किसान के बेटे येदियुरप्पा कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनते हैं तो किसानों के लिए अच्छा होगा और उनके हित में सभी फैसले लिए जाएंगे.’ इसके जवाब में सिद्धारमैया ने कहा था कि कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष येदियुरप्पा हत्या के मामले में आरोपी हैं. उनका कहना था रि येदियुरप्पा केवल झूठ बोलते हैं, वह जेल भी जा चुके हैं.सिद्धारमैया की पीएम नरेंद्र मोदी को चुनौती, कहा भ्रष्टाचार के विषय पर करें बहस
I am glad PM @narendramodi is talking about corruption. I now invite him to #WalktheTalk . For a start can you
1. Appoint Lok Pal
2. Investigate #JudgeLoya ‘s death
3. Investigate the astronomical rise of #Jayshah
4. Appoint an untainted person as your CM candidate ?— Siddaramaiah (@siddaramaiah) February 6, 2018
बता दें कि इससे पहले भी सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा था. सिद्धारमैया ने कहा कि, ‘प्रिय नरेंद्र मोदी आप देश के प्रधानमंत्री हैं. आपके शब्दों की बहुत ज्यादा विश्वसनीयता है. मैं आपसे निवेदन करूंगा कि आपने आक्रामक होकर जो भ्रष्टाचार और कुशासन के आरोप लगाए हैं, वे तथ्यों के साथ सिद्ध करें.’
नोएडा ही नहीं बल्कि इस मंदिर, शहर और पहाड़ी से जुड़ा है मुख्यमंत्रियों के सत्ता जाने का मिथक