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पश्चिम बंगालः 28 फरवरी तक विधानसभा से निलंबित किए गए BJP नेता शुभेंदु अधिकारी

कोलकाता: भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की खबर सामने आ रही है. जहां उन्हें 28 फरवरी तक विधानसभा से निलंबित कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार भाजपा नेता पर अध्यक्ष पर आक्षेप लगाने के आरोप में निलंबित किया गया है. बता दें, इससे पहले पश्चिम बंगाल की विधानसभा में हंगामा हुआ […]

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पश्चिम बंगालः 28 फरवरी तक विधानसभा से निलंबित किए गए BJP नेता शुभेंदु अधिकारी
  • February 13, 2023 3:45 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

कोलकाता: भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की खबर सामने आ रही है. जहां उन्हें 28 फरवरी तक विधानसभा से निलंबित कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार भाजपा नेता पर अध्यक्ष पर आक्षेप लगाने के आरोप में निलंबित किया गया है. बता दें, इससे पहले पश्चिम बंगाल की विधानसभा में हंगामा हुआ था. इस दौरान जब शुभेंदु अधिकारी विधानसभा में स्पीच दे रहे थे तो बीजेपी और टीएमसी विधायकों में कहासुनी हो गई थी. इस बीच शुभेंदु अधिकारी और स्पीकर के बीच कहासुनी हो गई. जिसके बाद बीजेपी के विधायकों ने हायहाय के नारे लगाना शुरू किया था.

शुभेंदु ने लगाया पक्षपात का आरोप

 

विधानसभा में हुए इस हंगामे के बीच शुभेंदु अधिकारी ने पक्षपात का आरोप लगाया. दूसरी ओर बीजेपी विधायकों ने सदन का बॉयकॉट कर दिया था. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ विधानसभा स्पीकर ने विशेषाधिकार प्रस्ताव सुरक्षित रख लिया था. जानकारी के मुताबिक थोड़ी देर के बाद स्पीकर ने यह निलंबन वापस ले लिया गया. दूसरी ओर शुभेंदु अधिकारी ने इस प्रस्ताव को लेकर नाराज़गी जाहिर की है. विधानसभा अध्यक्ष द्वारा उनपर विशेषाधिकार प्रस्ताव लगाए जाने पर शुभेंदु ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि, ‘मुझ पर विशेषाधिकार प्रस्ताव लगाया गया। उन्होंने (विधानसभा अध्यक्ष) मुख्यमंत्री(ममता बनर्जी) को खुश करने के लिए यह किया है’

वापस लिया गया प्रस्ताव

प.बंगाल विधानसभा LoP शुभेंदु अधिकारी आगे कहते हैं कि, ‘मैंने विधानसभा में कानून व्यवस्था, IAS-IPS के संबंध में, वित्तीय नियमों की अनुशासनहीनता, CVC दिशानिर्देश का उल्लंघन सहित कई मुद्दों पर जब राज्य की सरकार को घेरना शुरु किया तो पहले तो सरकार के मंत्री की ओर से मुझे चुप करवाने का प्रयास हुआ.’ बता दें, ममता द्वारा स्पीकर से विपक्ष के नेता को माफ करने के अनुरोध के बाद प्रस्ताव वापस ले लिया गया है.

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