लखनऊ। आज से चैत्र नवरात्रि शुरू हो गई है। नवरात्रि के पहले दिन यानी मंगलवार को पहली बार रामलला के वस्त्रों की शैली बदली गई है। भगवान का वस्त्र मयूर व अन्य वैष्णव चिन्हों को रंग-बिरंगे रेशम के साथ-साथ असली तारों से काढ़ा गया है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब […]
लखनऊ। आज से चैत्र नवरात्रि शुरू हो गई है। नवरात्रि के पहले दिन यानी मंगलवार को पहली बार रामलला के वस्त्रों की शैली बदली गई है। भगवान का वस्त्र मयूर व अन्य वैष्णव चिन्हों को रंग-बिरंगे रेशम के साथ-साथ असली तारों से काढ़ा गया है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब प्रभु के वस्त्रों की शैली बदली गई है।
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने पोस्ट कर जानकारी दी है कि चैत्र नवरात्रि प्रथम दिवस पर भगवान के वस्त्र अति विशेष हैं। प्राण प्रतिष्ठा के पश्चात् पहली बार प्रभु के वस्त्रों की ‘शैली’ को बदला गया है। मयूर व अन्य वैष्णव चिन्हों को रंग-बिरंगे रेशम के साथ-साथ असली तारों से काढ़ा गया है। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पहली बार अयोध्या में जन्म उत्सव मनाने की तैयारी चल रही है।
चैत्र नवरात्रि प्रथम दिवस पर भगवान के वस्त्र अति विशेष हैं।
प्राण प्रतिष्ठा के पश्चात् पहली बार प्रभु के वस्त्रों की ‘शैली’ को बदला गया है। मयूर व अन्य वैष्णव चिन्हों को रंग-बिरंगे रेशम के साथ-साथ असली तारों से काढ़ा गया है ।
दिव्य दर्शन – चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, विक्रमी संवत… pic.twitter.com/JjfJc4Pgnx
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) April 9, 2024
बता दें कि राम जन्मोत्सव का मुख्य पर्व 17 अप्रैल को दोपहर ठीक 12 बजे होगा। मंगलध्वनि के बीच मंदिर में रामलला का प्राकट्य होगा। सूरज की किरणें प्रभु का अभिषेक करेंगी। बताया जा रहा है कि 50 लाख से ज्यादा श्रद्धालु रामनवमी के अवसर पर अयोध्या आएंगे। 100 एलईडी स्क्रीन पर इसका प्रसारण किया जाएगा।