पश्चिम बंगाल में एक और दिल दहला देने वाली घटना, 200 लोगों की भीड़ ने पुलिस चौकी में लगाई आग

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के साउथ 24 परगना में आज सुबह 10 साल की बच्ची का शव मिला। परिवार ने आरोप लगाया है कि बच्ची के साथ बलात्कार किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। घटना कुलतली थाना क्षेत्र के कृपाखली इलाके की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बच्ची 4 अक्टूबर […]

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पश्चिम बंगाल में एक और दिल दहला देने वाली घटना, 200 लोगों की भीड़ ने पुलिस चौकी में लगाई आग

Manisha Shukla

  • October 5, 2024 7:19 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 months ago

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के साउथ 24 परगना में आज सुबह 10 साल की बच्ची का शव मिला। परिवार ने आरोप लगाया है कि बच्ची के साथ बलात्कार किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। घटना कुलतली थाना क्षेत्र के कृपाखली इलाके की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बच्ची 4 अक्टूबर की शाम से लापता थी, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने में देरी की। 200 लोगों की भीड़ ने महिषामारी पुलिस चौकी में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। लोगों का गुस्सा देखकर पुलिसकर्मी थाना छोड़कर भाग गए। शनिवार, 5 अक्टूबर की सुबह जब पुलिस शव बरामद करने गांव पहुंची तो गुस्साए ग्रामीणों ने उनकी पिटाई कर दी।

ममता सरकार पर उठे सवाल

पश्चिम बंगाल भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने इस घटना को लेकर ममता सरकार पर निशाना साधा है। सोशल मीडिया एक्स पर लिखा एक लंबे पोस्ट में उन्होंने कहा,कि ऐसा लगता है कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने दुर्भाग्यपूर्ण आरजी कर घटना से कुछ नहीं सीखा है, जब 31 वर्षीय पीजीटी डॉक्टर के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई।

साउथ 24 परगना जिले के जयनगर के महिषामारी इलाके की 10 वर्षीय चौथी कक्षा की छात्रा ट्यूशन क्लास जा रही थी और कल दोपहर से लापता थी। परिवार के सदस्य कुछ पड़ोसियों के साथ ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों की रिपोर्ट करने पुलिस कैंप गए।”

सुवेंदु अधिकारी ने आगे लिखा कि तत्परता से जवाब देने के बजाय, पुलिस कर्मियों ने अपनी कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई और अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश की। बाद में ग्रामीणों ने खुद लापता बच्चे की तलाश शुरू की और सुबह महिषामारी के एक तालाब से बच्चे का शव बरामद किया। अगर पुलिस सक्रिय होती, तो बच्ची को जिंदा बचाया जा सकता था, लेकिन दुर्भाग्य से पुलिस अपना कर्तव्य निभाने में अनिच्छुक थी, जिसकी कीमत बच्ची को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।”

क्या है पूरा मामला?

मामले से परिचित लोगों ने बताया कि शुक्रवार दोपहर करीब 2.30 बजे चौथी कक्षा की छात्रा ट्यूशन पढ़ने गई थी। जब वह देर शाम तक घर नहीं लौटी तो उसके परिवार के सदस्यों और ग्रामीणों ने उसकी तलाश शुरू की।

पीड़िता के पिता ने मीडिया से बातचीत में बताया कि वह ट्यूशन क्लास से घर लौटते समय शाम करीब 5 बजे स्थानीय बाजार में मेरी दुकान पर आई थी, लेकिन जब मैं रात को घर लौटा तो मुझे बताया गया कि वह घर नहीं पहुंची। हमने उसकी तलाश शुरू की। बाद में उसका शव हमारे घर से करीब एक किलोमीटर दूर मिला।

 

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