प्रतापगढ़: यूपी के प्रतापगढ़ के रानीगंज में एक दलित युवती की मौत के बाद से शुरू हुआ बवाल थम नहीं रहा है। घटना के बाद से इलाके में तनाव फैला हुआ है। मृतक लड़की पिछले 4 साल से उसी अस्पताल में काम कर रही थी। परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी गुड़िया के साथ गैंगरेप हुआ है जबकि अस्पताल का कहना है कि लड़की का मुस्लिम लड़के से अफेयर था। उसने शादी करने से इंकार कर दिया तो लड़की ने जहर खा लिया।
इस मामले में कुंडा विधानसभा सीट से विधायक राजा भैया की पार्टी का डेलिगेशन पीड़िता की मां को मदद पहुंचा रहा है। केस लड़ने में उन्हें मदद की जा रही है। पार्टी लीडर वंदना उपाध्याय ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि वो अस्पताल के रसूखदारों पर कार्रवाई नहीं कर रहे। वहीं लड़की की मां का कहना है कि अस्पताल के डॉक्टरों और वार्ड बॉय ने पहले उसका रेप किया, फिर जहर का इंजेक्शन देकर मार दिया। मां के मुताबिक जब उन्हें बिटिया की लाश मिली तो उसकी गर्दन पर खरोचें थीं। अंडरगारमेंट्स गायब था। उसका कंडीशन देखकर लग रहा था कि जबरदस्ती किसी ने उसके साथ गन्दा काम किया है।
21 साल की गुड़िया प्रतापगढ़ के प्राइवेट अस्पताल में नर्स थी। 27 मार्च को ड्यूटी के दौरान उसकी मौत हो गई। दलित होने की वजह से इलाके में तनाव फैला हुआ है। लोगों ने पुलिस पर पत्थरबाजी भी की। उनका कहना है कि इस केस को दबाने की कोशिश की जा रही है। वहीं पुलिस का कहना है कि उन्हें जांच में पता चला है कि अस्पताल में ही काम करने वाले शहबाज के साथ लड़की का अफेयर था। शहबाज ने कबूल किया है कि उसने लड़की के साथ कई बार संबंध बनाये, बाद में शादी से मुकर गया। इस बात से उनकी लड़ाई चल रही थी।
इस मामले में डॉक्टर अमित कुमार पांडेय, मैनेजर सुनील यादव और वार्ड बॉय शहबाज को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की सही वजह पता नहीं चल पाई है तो अब विसरा का इंतजार किया जा रहा। अब लड़की पर ये आरोप लगाए जा रहे कि उसका ही चलन-चाल ठीक नहीं था। पीड़ित परिवार ने 6 लोगों के खिलाफ हत्या, गैंगरेप और SC-ST एक्ट की धाराओं में केस दर्ज कराया है।