Murshidabad Violence: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ बिल पर हुई हिंसा को लेकर केंद्र सरकार सख्त रवैया अपना रही। अब तक सेंट्रल फोर्स की 21 कंपनियां मुर्शिदाबाद में तैनात हो चुकी है। प्रशासनिक सूत्रों की माने तो बंगाल पुलिस और अर्धसैनिक बल जिले के हिंसाग्रस्त इलाके में संयुक्त रूप से अभियान चला रही है। राज्य पुलिस की विशेष टीम भी उन इलाकों पर नजर गड़ाए हुए है।

कई जगह इंटरनेट बंद

इस बीच हिंसा को लेकर कई तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं। इन अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए मुर्शिदाबाद में कई जगहों पर इंटरनेट बंद करने का फैसला लिया गया है।मुर्शिदाबाद के अलावा मालदा और बीरभूम के कुछ मठों में इंटरनेट बंद करने का फैसला लिया गया है। राज्य प्रशासन ने एक आदेश जारी कर कहा है कि अफवाहों को रोकने के लिए यह फैसला लिया गया है।

पलायन कर रहे लोग

आपको बता दें कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ मुर्शिदाबाद जिले के सुती और समशेरगंज ब्लॉक में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई, कई अन्य घायल हो गए और कई लोगों को आग के हवाले कर दिया गया।शुक्रवार को हिंसा भड़क उठी जिसके बाद बड़ी संख्या में हिंदू लोग वहां से पलायन कर गए।

ममता बोलीं सबकी जान कीमती

इधर हिंसा के बीच बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लोगों के निशाने पर आ गई हैं। उनपर आरोप लगाए जा रहे कि वो वोटों के लिए विशेष समुदाय को समर्थन दे रही हैं। ममता ने शनिवार को कहा कि वक्फ कानून पश्चिम बंगाल में लागू नहीं किया जाएगा। यह कानून केंद्र ने बनाया है तो जो जवाब आप चाहते हैं, वह केंद्र से जाकर मांगिए। मेरी सबसे अपील है कि शांत रहें। राजनीति के लिए दंगे न भड़काए सबकी जान कीमती होती है।