पिछले कुछ समय में देश में नक्सली गतिविधियों में काफी कमी आई है. केंद्र सरकार और सुरक्षा बलों ने नक्सलवाद का जड़ से खात्मा करने का मन बना लिया है. इसी के चलते दंतेवाड़ा, बस्तर, मलकानगिरि, गढ़चिरौली, पलामू, लातेहार सुकमा, दंडकारण्य और अबूझमाड़ के जंगलों में दहशत फैला रहे टॉप 20 माओवादी और नक्सली कमांडर सरकार और सुरक्षा बलों के निशाने पर हैं. उन्होंने इन 20 लोगों की एक हिट लिस्ट तैयार की है.
नई दिल्लीः केंद्र सरकार देश में नक्सलवाद के जड़ से खात्मे का मन बना चुकी है. पिछले कुछ वर्षों पर गौर करें तो देश में नक्सली गतिविधियों में तो कमी आई ही है, साथ ही नक्सलियों का क्षेत्र भी घटा है. केंद्र सरकार और सुरक्षा बल एक बार फिर बड़े एक्शन की तैयारी में है. दरअसल केंद्र सरकार और सुरक्षा बलों ने नक्सली हमलों का कहर झेल रहे जिले जैसे- दंतेवाड़ा, बस्तर, मलकानगिरि, गढ़चिरौली, पलामू, लातेहार सुकमा, दंडकारण्य और अबूझमाड़ के जंगलों में कहर बरपा रहे टॉप 20 माओवादी और नक्सली कमांडरों की एक हिट लिस्ट तैयार की है. इंडिया न्यूज के पास इन टॉप 20 माओवादी और नक्सली कमांडरों की पूरी लिस्ट है.
नक्सलवाद के जहर को खत्म करने की मंशा लिए सरकार और सुरक्षा बल पूरी तैयारी कर चुके हैं. देश में किसी समय 126 जिले नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में आते थे लेकिन यह केंद्र सरकार और सुरक्षा बलों की मेहनत का ही नतीजा है कि आज सरकार ने इन 126 जिलों में से 44 जिलों को नक्सल मुक्त घोषित कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 8 नए जिलों को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शामिल भी किया गया है. जिन जिलों में सबसे ज्यादा नक्सलवाद का जहर पनपता है उनकी संख्या भी 35 से घटकर 30 हो गई है. बिहार का नवादा, मुजफ्फरपुर और झारखंड के रामगढ़, दुमका और पूर्वी सिंहभूम जिले अति नक्सल प्रभावित टैग से मुक्त हो चुके हैं.
अप्रैल माह में केंद्रीय गृह सचिव राजीव गाबा ने इस बात की तस्दीक करते हुए कहा था कि पिछले 4 वर्षों में नक्सली हिंसा पर काफी प्रभावी तौर पर लगाम कसी जा चुकी है. सरकार की यह कोशिशें बदस्तूर जारी हैं. राजीव गाबा ने कहा, ‘नक्सल प्रभावित कहे जाने वाले 44 जिलों में नक्सली या तो नहीं हैं या फिर उसकी मौजूदगी ना के बराबर है. नक्सली हिंसा अब महज 30 जिलों तक ही सिमट कर रह गई है जो जिले कभी माओवाद और नक्सलवाद से बुरी तरह प्रभावित थे.’ बहरहाल जिन टॉप 20 माओवादियों और नक्सली कमांडरों की हिट लिस्ट सरकार और सुरक्षा बलों ने तैयार की है, उनमें शामिल वह 20 नाम हैं-
1- मुप्पला लक्ष्मण राव- माद छत्तीसगढ़ में सक्रिय.
2- प्रशांत बोस- झारखंड के सारंडा में सक्रिय.
3- नंबाला केहावा राव- माद छत्तीसगढ़ में सक्रिय.
4- मल्लाराजी रेड्डी- छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में सक्रिय.
5- मल्लाजुला वेणुगोपाल- छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र सीमा पर सक्रिय.
6- कटकम सुदर्शन- छत्तीसगढ़ में सक्रिय.
7- मिसिर बेसरा- झारखंड में सक्रिय.
8- चंदारी- झारखंड में सक्रिय.
9- थिपानी तिरुपति- छत्तीसगढ़ में सक्रिय.
10- अक्कीराज हरगोपाल- आंध्र प्रदेश और ओडिशा में सक्रिय.
11- कदारत सत्यनारायण रेड्डी- छत्तीसगढ़ में सक्रिय.
12- पल्लूरी प्रसाद राव- छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में सक्रिय.
13- मोदेम बालकृष्ण- ओडिशा में सक्रिय.
14- मिलिंद तेल्तुमबड़े- छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में सक्रिय.
15- रम्मना- छत्तीसगढ़ में सक्रिय.
16- सुधाकर- झारखंड में सक्रिय.
17- परवेज- बिहार में सक्रिय.
18- असीम मंडल- झारखंड और पश्चिम बंगाल में सक्रिय.
19- हरिभूषण- छत्तीसगढ़ में सक्रिय.
20- हिडमा- छत्तीसगढ़ में सक्रिय.