भोपाल: मध्य प्रदेश के इंदौर में ठगों ने फर्जी कॉल के जरिए लोगों को डराने और धोखा देने का नया तरीका अपनाया है, यहां कुछ ही महीनों में इंदौर क्राइम ब्रांच ने डिजिटल अरेस्ट के 28 मामले रजिस्टर किए हैं
भोपाल: मध्य प्रदेश के इंदौर में ठगों ने फर्जी कॉल के जरिए लोगों को डराने और धोखा देने का नया तरीका अपनाया है, यहां कुछ ही महीनों में इंदौर क्राइम ब्रांच ने डिजिटल अरेस्ट के 28 मामले रजिस्टर किए हैं, जिनमें दो करोड़ रुपये से अधिक की ठगी हुई है.
क्राइम ब्रांच ने अब तक 70 लाख रुपये रिकवर कर फरियादियों को कोर्ट में पहुंचाया हैं, वहीं क्राइम ब्रांच के पास एक ताजा मामला फिर से आया है. इस मामले में इंदौर के वैज्ञानिक को चूना लगाया गया है, 6 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 71 लाख रुपये की ठगी की गई. वहीं शिकायत के बाद इंदौर क्राइम ब्रांच ने ठगी करने वाले व्यक्ति का बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिया है. पीड़ित ने शिकायत में बताया कि ठगों ने व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से फोन कर खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर उनसे बात की और लाखों रुपये ठग लिए. फिलहाल क्राइम ब्रांच इस मामले में आरोपियों की तलाश कर रही है.
पीड़ित ने शिकायत में बताया कि व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से उसे संपर्क किया गया, जिसमें आरोपी ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया और कहा कि जांच में शामिल होने के लिए उसे आना होगा. आरोपी ने साइंटिस्ट को कहा कि उसे किसी बड़े मामले में फंसाया जा रहा है.यह बात सुनते ही साइंटिस्ट घबरा गए और ठग के कहने पर उसने पैसे ट्रांसफर कर दिए.
वहीं क्राइम ब्रांच ने ठगी करने वाले व्यक्ति के बैंक खाते को फ्रीज कर दिया है और आरोपी की तलाश में लग गए है. इसके पहले भी कई ऐसे मामले देखने को मिल चुके हैं, जहां लोगों को ठगी का सामना करना पड़ा है. वहीं अतिरिक्त डीसीपी क्राइम ने कहा कि हम सभी पीड़ितों से अपील करते हैं कि वे सावधान रहें और ऐसे मामलों की सूचना हमें तुरंत दें. हम आरोपियों को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.
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