साथी शिक्षिकाओं द्वारा स्कूल के बच्चों से करवाया जाता था उत्पीड़न, तंग आकर भेजा इस्तीफा, पत्र वायरल

यूपी। गजरौला में साथी शिक्षकों के उत्पीड़न से दुखी एक शिक्षिका ने न केवल स्कूल छोड़ दिया, बल्कि अपना इस्तीफा भी लिखकर खंड शिक्षा अधिकारी को भेज दिया. उनके इस्तीफे की कॉपी इंटरनेट मीडिया पर भी वायरल हो गई है.हालांकि इसको लेकर स्थानीय शिक्षा अधिकारी अनभिज्ञता जता रहे हैं. अमरोहा का है मामला मामला उत्तर […]

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साथी शिक्षिकाओं द्वारा स्कूल के बच्चों से करवाया जाता था उत्पीड़न, तंग आकर भेजा इस्तीफा, पत्र वायरल

Pravesh Chouhan

  • April 19, 2022 6:25 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

यूपी। गजरौला में साथी शिक्षकों के उत्पीड़न से दुखी एक शिक्षिका ने न केवल स्कूल छोड़ दिया, बल्कि अपना इस्तीफा भी लिखकर खंड शिक्षा अधिकारी को भेज दिया. उनके इस्तीफे की कॉपी इंटरनेट मीडिया पर भी वायरल हो गई है.हालांकि इसको लेकर स्थानीय शिक्षा अधिकारी अनभिज्ञता जता रहे हैं.

अमरोहा का है मामला

मामला उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के गजरौला प्रखंड के गांव तिगरिया खादर स्थित संविलियन विद्यालय का है. यहां शालिनी सिंह सहायक शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं. आरोप है कि जब से स्कूल का विलय हुआ है. उसके बाद से साथी शिक्षकों द्वारा उसे प्रताड़ित किया जा रहा है.

लगाए ये आरोप

आरोप है कि स्कूली बच्चों से अपमानित करवाया जाता है और कभी-कभी वे खुद गलत बातें कहते हैं.बैठने के लिए कुर्सी तक नहीं देते हैं.शिक्षिका शालिनी करीब एक साल से लगातार प्रताड़ना से मानसिक तनाव से जूझ रही है.

इसी क्रम में सोमवार को शिक्षिका शालिनी के साथ बदसलूकी की गई. जब वह स्कूल पहुंची तो जैसे ही उन्होंने कुर्सी पर बैठने की कोशिश की वहां से कुर्सी हटा दी गई. इससे नाराज होकर उन्होंने तुरंत प्रखंड शिक्षा अधिकारी के नाम अपना इस्तीफा लिखकर वाट्सएप पर बने शिक्षकों के समूह को भेज दिया. इतना ही नहीं वह मंगलवार को पढ़ाने के लिए स्कूल भी नहीं आई है. वहीं दूसरी ओर विभाग के स्थानीय अधिकारी इस मामले में अनभिज्ञता जता रहे हैं.

पीड़ित शिक्षिका शालिनी का कहना है कि करीब एक साल पहले स्कूल का विलय हुआ है. तभी से स्कूल में पदस्थापित शिक्षक ग्रुप बनाकर मुझे प्रताड़ित करते हैं. बच्चों से मेरा अपमान कराया जाता है. जबकि मैं पूरी ईमानदारी से स्कूल आती हूं औरपढ़ाई करवाती हूं. इस संबंध में स्कूल के प्रधानाध्यापक व बीईओ से पहले भी कहा गया था, लेकिन कोई समाधान न होने पर मैंने इस्तीफा देने के लिए पत्र लिखा है.

नहीं आया कोई मामला

जब तक मेरी समस्या का समाधान नहीं हो जाता। तब तक मैं स्कूल भी पढ़ाने नहीं जाऊंगी. खंड शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार गौड़ ने बताया कि शिक्षक के इस्तीफे का मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है और न ही उनके कार्यालय में ऐसा कोई आवेदन आया है. अगर ऐसा है तो वह मामले की जांच कराकर कार्रवाई करेंगे.

 

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