Kargil Vijay Diwas: आरएसएस के सरकार्यवाह बोले-देश की रक्षा के लिए जम्मू कश्मीर के लोगों ने भी दिया है बलिदान

Kargil Vijay Diwas: जम्मू। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले आज कारगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर जम्मू पहुंचे। वहां पर उन्होंने देश पर सर्वस्व न्योछावर करने वाले भारत मां के वीर सपूतों को नमन किया। इस मौके पर होसबोले ने कहा कि भारत की […]

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Kargil Vijay Diwas: आरएसएस के सरकार्यवाह बोले-देश की रक्षा के लिए जम्मू कश्मीर के लोगों ने भी दिया है बलिदान

Vaibhav Mishra

  • July 24, 2022 4:14 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

Kargil Vijay Diwas:

जम्मू। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले आज कारगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर जम्मू पहुंचे। वहां पर उन्होंने देश पर सर्वस्व न्योछावर करने वाले भारत मां के वीर सपूतों को नमन किया। इस मौके पर होसबोले ने कहा कि भारत की रक्षा करने में सेना, पुलिस के साथ साथ जम्मू-कश्मीर की आम जनता ने भी अपना योगदान दिया है। जम्मू कश्मीर ने हमेशा से ही एक दृढ़ संकल्प के साथ हर परिस्थिति का सामना करने की प्रतिबद्धता दिखाई है।

गर्व से खुद कहते है भारतीय

आरएसएस सरकार्यवाह ने आगे कहा कि महाराजा हरि सिंह के महान निर्णय (भारत के विलय) के वजह से ही अब जम्मू कश्मीर के लोग अपने आप को गर्व से भारतीय कहते हैं। स्वंत्रत भारत का एक जन आंदोलन इसी बात से ही शुरू हुआ था कि भारत का संविधान जम्मू कश्मीर में लागू हो। इस जन आंदोलन में हिस्सा लेने वाले जनसंघ संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी और प्रेम नाथ डोगरा को हमें आज याद करना चाहिए।

कई लोगों ने दिया है बलिदान

दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि 1947 में पाकिस्तान ने यहां आक्रमण किया था, जिसमें जम्मू कश्मीर के कई लोगों ने बलिदान दिया था। पाकिस्तानी हमले के कारण ही प्रदेश का बड़ा हिस्सा आज पाकिस्तान के कब्जे में है। उन्होंने कहा कि यहां के लोग अब भारत के कई हिस्सों में रह रहें है। जिन्होंने भारत के निर्माण में अहम योगदान दिया था।

राजनाथ सिंह ने भी किया याद

बता दें कि रक्षा मंत्री ने भी इस अवसर पर याद दिलाते हुए कहा कि युद्ध के दौरान थल सेना के समर्थन में वायुसेना ने ऑपरेशन सफेद सागर चलाया तो जलसेना ने अरब सागर में कराची तक पहुंचने वाले समुद्री रास्तों को अवरुद्ध करने में बड़ी भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि पीओके हमारा है और पाकिस्तान बार-बार मार खाने के बाद भी बाज नहीं आ रहा है। साल 1965 और 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी थी और कारगिल की जंग में भी भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान को धूल चटा दी थी। मैं सभी भारतीयों को आश्वस्त कर देना चाहता हूं कि अगर पाकिस्तान ये दुस्साहस दोबारा किया तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा। आशा है कि अब पाकिस्तान सद्बुद्धि से काम लेगा।

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