नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश की सड़कों पर नेता जमकर पोस्टर पॉलिटिक्स कर रहे है। राजधानी लखनऊ में फिर एक पोस्टर लगा है, जिसमें निषाद पार्टी के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री संजय निषाद को ‘सत्ताईस का नारा, निषाद है सहारा’ के साथ दिखाया गया है। यह पोस्टर निषाद पार्टी के नेता बिजेंद्र कुमार त्रिपाठी की तरफ […]
नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश की सड़कों पर नेता जमकर पोस्टर पॉलिटिक्स कर रहे है। राजधानी लखनऊ में फिर एक पोस्टर लगा है, जिसमें निषाद पार्टी के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री संजय निषाद को ‘सत्ताईस का नारा, निषाद है सहारा’ के साथ दिखाया गया है। यह पोस्टर निषाद पार्टी के नेता बिजेंद्र कुमार त्रिपाठी की तरफ से लगाया गया है।
आपको बता दें इस पोस्टर पॉलिटिक्स की शुरुआत समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के पोस्टर के साथ हुई है। पोस्टर में अखिलेश को ‘सत्ताईस का सत्ताधीश’ बताया गया था। इसके बाद लखनऊ की सड़को पर सत्ताईस का खेवनहार नारे के साथ संजय निषाद के पोस्टर लगाए थे। अब नए नारे के साथ फिर से पोस्टर लगाए गए हैं। ये होर्डिंग्स सपा कार्यालय, सीएम आवास, राजभवन के पास और संजय निषाद के आवास समेत कई जगहों पर लगाए गए हैं। होर्डिंग्स के जरिए उन्होंने 2027 के चुनाव को लेकर ये संदेश देने की कोशिश की है कि 2027 में बीजेपी के लिए निषादों का साथ जरूरी है।
आपको बता दें कि यूपी उपचुनाव में निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद लगातार मिर्जापुर की मझवां सीट पर दावा कर रहे थे लेकिन बीजेपी ने निषाद पार्टी को एक भी सीट नहीं दी है। माना जा रहा था कि संजय निषाद उपचुनाव में टिकट न मिलने से नाराज हैं, लेकिन संजय निषाद ने सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए साफ कर दिया कि पार्टी और कार्यकर्ता एनडीए प्रत्याशियों का पूरा समर्थन करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि निषाद पार्टी के कार्यकर्ता एनडीए प्रत्याशियों का समर्थन करेंगे और एनडीए प्रत्याशी सभी 9 सीटों पर जीत हासिल करेंगे।
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