यूपी के गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में मिली जीत से उत्साहित समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अबू आजमी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए 'लाल टोपी' भिजवाई है. दरअसल 6 मार्च को सीएम योगी ने विधानसभा में त्रिपुरा में बीजेपी के जीतने पर कहा था कि लाल टोपी को भी अब नीचे लाया जाएगा जैसे त्रिपुरा में लाल झंडे को नीचे लाया गया.
मुंबईः समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अबू आसिम आजमी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लाल टोपी भिजवाई है. दरअसल लाल टोपी समाजवादी पार्टी की पहचान है और गोरखपुर और फूलपुर में सपा को मिली जीत के बाद अबू आजमी इतने उत्साहित हैं कि उन्होंने सीएम योगी को लाल टोपी भिजवाने का फैसला कर लिया. आजमी ने योगी को लाल टोपी भिजवाने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि हाल में योगी ने यूपी विधानसभा में कहा था कि जिस तरह त्रिपुरा से लाल झंडा खत्म किया ठीक उसी तरह यूपी से लाल टोपी भी खत्म कर देंगे. योगी के उसी बयान का जवाब देते हुए आजमी ने योगी को लाल टोपी भिजवाई और कहा कि वह यूपी से कभी भी लाल टोपी खत्म नहीं कर पाएंगे.
गौरतलब है कि त्रिपुरा में 25 साल बाद लेफ्ट का किला ध्वस्त कर 9 मार्च को ही बीजेपी ने राज्य में सरकार बनाई है. बीते 6 मार्च को सीएम योगी ने यूपी विधानसभा में समाजवादी पार्टी की लाल टोपी पर निशाना साधते हुए कहा कि लाल टोपी को भी नीचे लाया जाएगा जैसे त्रिपुरा में लाल झंडे को नीचे लाया गया. मुख्यमंत्री योगी ने कहा, ‘त्रिपुरा में लाल झंडे को डुबा दिया है. प्रदेश में लाल टोपी को डुबा देंगे. लाल टोपी नहीं चलेगी. अब भगवा का समय आ गया है, केसरिया का समय आ गया है. लाल झंडे के बाद अब लाल टोपी की बारी है.’
बताते चलें कि बुधवार को यूपी की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे घोषित किए गए. दोनों ही सीटें सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के सूबे की राजनीति में दाखिल होने की वजह से खाली हुई थीं. गोरखपुर में समाजवादी पार्टी के प्रवीण कुमार निषाद और फूलपुर में सपा के ही नागेंद्र पटेल ने बीजेपी उम्मीदवारों को हराया. योगी आदित्यनाथ ने हार के लिए बीजेपी के अति-आत्मविश्वास को जिम्मेदार ठहराया. सपा की जीत के बाद पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव बुधवार शाम बसपा सुप्रीमो मायावती से मिलने उनके आवास पहुंचे और उन्हें जीत की बधाई दी. इस दौरान दोनों नेताओं ने 2019 लोकसभा चुनाव में एक साथ आने पर भी चर्चा की.
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